छपरा। बिहार में सारण के छपरा में पूर्व मध्य रेलवे के छपरा-मुजफ्फरपुर रेल खंड पर सियालदह-बलिया एक्सप्रेस से महिला का अपहरण मंगलवार की सुबह कर लिया गया. इसी क्रम में उचक्कों ने कुछ महिला यात्रियों के बैग झपट लिए और फरार हो गए. ट्रेन खुल जाने के बाद महिला यात्री छपरा जंक्शन पहुंच गईं.
बलिया जिले के बैरिया इलाके का रहने वाला है पीड़ित
अपहृत महिला उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के प्रीतम छपरा गांव निवासी मनीष कुमार सिंह की पत्नी नीतू सिंह बतायी जाती है. महिला के पति को पत्नी का अपहरण होने की जानकारी तब हुई जब ट्रेन हाजीपुर स्टेशन पर पहुंची. मनीष ट्रेन में महिला की खोजबीन शुरू किया, लेकिन वह ट्रेन में नहीं मिली. महिला को जब तक ढूंढते रहा, तब तक ट्रेन छपरा जंक्शन पहुंच गयी. मनीष छपरा रेल थाना पहुंचे, लेकिन मामला हाजीपुर का होने के कारण वह ट्रेन से वापस हाजीपुर रेल थाना चले गए.
मनीष ने बताया कि वह अपनी पत्नी नीतू सिंह को घुमाने के लिए कोलकाता गए थे और घूमने के बाद वापस लौट रहे थे. वह सियालदह-बलिया एक्सप्रेस के कोच संख्या एस-8 में सफर कर रहे थे. मनीष ने बताया कि वह दिल्ली में टॉल प्लाजा पर नौकरी करते हैं और उनकी शादी सारण जिले के खैरा थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में हुई थी.
मनीष ने बताया कि वह नीतू के साथ लव मैरिज किया था और इस शादी के बाद से उसके परिजन काफी खफा थे. उन्होंने आशंका व्यक्त किया कि उसकी पत्नी का अपहरण उसके सगे संबंधियों के द्वारा की गयी है. खबर लिखे जाने तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी थी.
छीनताई की रिपोर्ट दर्ज
उधर, छीनताई के मामले में छपरा जंक्शन के जीआरपी थाने में महिलाओं ने बयान दर्ज कराया. रेल थानाध्यक्ष सुमन प्रसाद सिंह ने बताया कि पीड़ित महिलाओं का बयान दर्ज किया गया है और प्राथमिकी दर्ज करने के लिए संबंधित थाने में भेजा जा रहा है. बताया जाता है कि दो महिला यात्री सियालदह -बलिया एक्सप्रेस ट्रेन से कोच एस 7 में नैहट्टी से छपरा आ रही थीं. जब ट्रेन हाजीपुर स्टेशन से खुली उसी समय उचक्के महिला यात्रियों के बैग झपट फरार हो गए. महिला यात्रियों ने शोर मचाया, लेकिन तब तक ट्रेन गति पकड़ चुकी थी. इस मामले में झारखंड राज्य के साहेबगंज जिले के साहेबगंज शहर के निवासी जमा कुरैशी की पत्नी गुलनाज बेगम और उनकी बहन सोनी बेगम का बयान दर्ज किया गया है.