
सिकंदरपुर, बलिया. क्षेत्र के खरीद(यू पी)तथा दरौली (बिहार)घाटों के मध्य सरयू नदी पर पीपा पुल का अब निर्माण नहीं होने से इलाकाई लोगों में सम्बन्धित विभाग की सुस्ती के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है. लोगों ने जनहित में पीपा पुल का शीघ्र निर्माण और संचालन कराने की शासन व प्रशासन से मांग किया है.
इस सम्बंध में खरीद निवासी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुन्नीलाल यादव ने कहा है कि पूर्व मंत्री मो.जियाउद्दीन रिजवी के प्रयास से स्वीकृत यह पीपा पुल सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों की मेहरबानी से किसी भी वर्ष समय से निर्मित और पूरे समय तक नहीं हो पाता है. जिससे उत्तर प्रदेश व बिहार के नागरिकों को एक दूसरे प्रान्त में आवागमन करने हेतु नदी पार करने में काफी कठिनाई होती है. लोगों को दूरदराज के दूसरे मार्गों से होकर दोनों प्रान्तों में आवागमन करने पर मासिक रूप से उनके समय और धन की बर्बादी होती है.
इस साल भी नियमानुसार जबकि 15 अक्टूबर से पुल का संचालन शुरू हो जाना चाहिए, जबकि मौके पर उसके निर्माण हेतु कोई हलचल नहीं है. न ही टेण्डर हुआ है, जिससे शंका है कि पुल के निर्माण में अभी और देर हो सकती है.
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE
इस सम्बंध में अवर अभियन्ता लोक निर्माण विभाग शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि पीपा पुल के निर्माण हेतु टेण्डर पड़ गया है किंतु अभी खुला नहीं है. टेण्डर अगले 25 नवम्बर को खोला जाएगा और उसी समय पता चल पाएगा कि कौन ठेकेदार पुल का निर्माण कराएगा.
संसाधनों की भारी कमी निर्माण में आ सकती है. आड़े
1700 साखू के सिलपट व एक दर्जन एंगिलों की है कमी वैसे गोपनीय सूचनाओं के अनुसार पुल के निर्माण में संसाधन की कमी आड़े आ सकती है. क्योंकि निर्माण में 1700 लकड़ी के मजबूत सिलपट लगेंगे जो उपलब्ध नहीं हैं. जो उपलब्ध भी हैं वह काफी जर्जर हैं जिन्हें पुल के निर्माण में लगाना बड़ी दुर्घटना को दावत देना होगा. इसी प्रकार एक दर्जन से ज्यादा एंगिल भी कम पड़ेंगे जिन की विभाग द्वारा अब तक व्यवस्था नहीं की जा सकी है.
(सिकंदरपुर से संवाददाता संतोष शर्मा की रिपोर्ट)