आर-पार की लड़ाई का किया ऐलान,नदी में नाव परिचालन भी किया ठप
सिताबदियारा(सारण)। सिताबदियारा, जयप्रकाशनगर, खवासपुर, रामपुर कोड़हरा, दोकटी बैरिया आदि क्षेत्र के लोगों के लिए महुली का पीपा पुल किसी वरदान से कम नहीं था. लेकिन वाराणसी से हल्दिया तक चलने वाले मालवाहक जहाज को लेकर यहां पीपा पुल का निर्माण इस साल बिहार पुल निगम की ओर से बंद कर दिया गया है.
इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. यूपी-बिहार दोनों सीमा के लोग महुली घाट पर इस पीपा पुल के लिए धरना पर बैठ गए है. मालवाहकों के चलते लाखों की आबादी के संकट में पड़ते ही इस पीपा पुल को लेकर ग्रामीण आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है. यहां पीपा पुल होने पर खवासपुर-महुली गंगा घाट को पार कर लोग बिहार से यूपी तथा यूपी से बिहार के विभिन्न स्थानों तक बड़े ही सुगमता से आया-जाया करते थे. चंद घंटे में लंबी दूरियां तय कर लोग अंतरजिला व अंतरराज्यीय सफर फर्राटे से कर लेते थे.
अब सभी के सामने समस्या है. चारपहिया वाहन से उन्हें मात्र 10 किमी की यात्रा पीपा पुल नहीं होने पर 80 किमी में तब्दील हो चुकी है. पीपा पुल नहीं बने की खिलाफत में गंगा इस पार यूपी-बिहार दोनों सीमा के पंचायत खवासपुर, सिताबदियारा, कोडहरा नौबरार आदि के सैकड़ों ग्रामीण खवासपुर-महुली घाट पर पहुंच कर धरना-प्रदर्शन करते हुए नौका परिचालन को भी अनिश्चितकाल के लिए ठप कर दिया है.
सभी की मांग है कि जब तक जब तक पीपा पुल चालू नहीं होगा, नौका परिचालन भी ठप रहेगा. जहां पर यह धरना चल रहा है. वह इलाका आरा की सीमा में पड़ता है. इसलिए खवासपुर पुलिस चौकी के प्रभारी और अन्य अधिकारी इस धरना को खत्म कराने का प्रयास भी किए. लेकिन धरनारत लोगों ने किसी की भी बात नहीं सुनी.
धरना देने प्रमुख लोगों में रविप्रकाश यादव, शनि सिंह, छोटेलाल राम, जितेंद्र यादव, अरविंद साह, राजेश राय, ध्रमेंद्र राय, चुनमुन राम, सुरेंद्र साह, बद्रीनारायण यादव सहित विभिन्न स्थानों से भी सैकड़ो लोग शामिल रहे.
पीपा पुल को लेकर मांगलिक कार्य भी प्रभावित
इस पीपा पुल को लेकर शादी-विवाह पर भी काफी असर पड़ा है. जयप्रकाशनगर, सिताबदियारा, खवासपुर, दोकटी, लालगंज आदि क्षेत्रों में भारी संख्या में आरा जिले के विभिन्न स्थानों पर शादियां तय हुई है. सभी ने कई तरह के सट्टा-बाजा भी कर लिए हैं. तभी इस पीपा पुल के नहीं बनने की सूचना आई. अब हालात यह हैं कि बारात या तिलक के लिए सट्टा-बाजा टूट रहे हैं.
खवासपुर निवासी रामबालक यादव के लड़के, राजकुमार यादव की लड़की, राजेंद्र राम के लड़के, हवलदार राम के लड़के सहित सिताबदियारा क्षेत्र के ऐसे दर्जनों लड़के-लड़कियों की शादियां टूटने के कगार पर पहुंच गई है. संबंधित क्षेत्र सहित यूपी के लोग भी हजारों की संख्या में 11 दिसंबर को आरा में वृहद धरना देने के की तैयारी कर रहे हैं.