10 सूत्री मांगों को लेकर सपाइयों ने बैरिया में निकाला शांति मार्च

बैरिया से वीरेंद्र नाथ मिश्र

मंगलवार को बैरिया की सड़कों पर मूसलाधार बारिश के बीच अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर सपा कार्यकर्ता, पदाधिकारी व पूर्व विधायक द्वय ने शांति मार्च किया. बैरिया सपा कार्यालय से निकलकर वे बैरिया तिराहे तक पहुंचे. वहां पूर्व विधायक स्वर्गीय ठाकुर मैनेजर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भीगते हुए जुलूस में सपा कार्यकर्ता बैरिया तहसील पर जाकर उप जिलाधिकारी सुरेश कुमार पाल को राज्यपाल के नाम अपने 10 सूत्री मांगों वाला पत्रक सौंपा.

पत्रक में सरकारी भूमि पर सांसद विधायक द्वारा किए जा रहे अवैध कब्जा को रोकने, डीजल पेट्रोल के बढ़ते मूल्य पर नियंत्रण, लाल बालू व शराब तस्करी पर रोक, बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण, इब्राहिमाबाद पशु मेला की जमीन पर सांसद के रिश्तेदार द्वारा कराए गए फर्जी रजिस्ट्री को निरस्त करने, बैरिया थाने पर भाजपा नेताओं के दबाव में निरीह निरपराध लोगों पर हुए फर्जी मुकदमे वापस कराने, बाढ़ पीड़ितों की सहायता व पुनर्वास, प्रवासी मजदूरों को सरकारी सहायता दिलाने आज राज्यपाल के नाम संबोधित उप जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा.

इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि वहां से वापस लौट कर बैरिया डाक बंगले पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए सपा जिलाध्यक्ष राज मंगल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का नंगा नाच हो रहा है. इसी जमीन पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण और छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने आम लोगों के अमन चैन का सपना देखा व दिखाया था. यह कितना दुर्भाग्य है कि यहीं के जन्मे जनप्रतिनिधि गरीब गुरबा व आम लोगों का चैन छीन लिए हैं. इनका विकास से तो कोई मतलब ही नहीं है. मुकदमों का संजाल बढ़ गया है. बलिया में सांसद छात्र संघ की बैठक करते हैं, वहां सैकड़ों लोग उपस्थित थे. अन्य पार्टियों के लोग भी कर रहे हैं, कहीं किसी पर मुकदमा नहीं हुआ. लेकिन हमने जब सिकंदरपुर में एसडीएम के खिलाफ धरना दिया आंदोलन किया तो हमारे सारे पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया. यह बड़ा सवाल है कि सपाइयों को ही टारगेट किया जा रहा है.

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पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल ने अपने कार्यकाल के स्वीकृत कार्य गिनाए जो भाजपा शासनकाल में रुक गया है. पूर्व विधायक ने कहा कि बैरिया का विकास दारू और बालू से नहीं होगा. फर्जी मुकदमा दर्ज कराने से भी नहीं होगा. जनप्रतिनिधि का दायित्व जनता की सेवा करना होता है. उसे संकट में डालना तो कतई नहीं. मैं भी यहां विधायक रहा हूं. मुकदमे कहां होते थे. लड़ाई कहीं और हो रही है. जनप्रतिनिधियों के इशारे पर एससी/एसटी एक्ट हथियार बन गया है. आज जितना भ्रष्टाचार और अत्याचार बैरिया विधानसभा क्षेत्र में व्याप्त है, शायद ही देश के किसी विधानसभा क्षेत्र में हो.

इस अवसर पर पूर्व विधायक सुभाष यादव, पूर्व चेयरमैन संजय उपाध्याय, बैरिया इकाई के सपा अध्यक्ष जयप्रकाश यादव मुन्ना, राजन कनौजिया, रामेश्वर पासवान, लालू यादव, अमर देव यादव, शैलेश सिंह सहित काफी संख्या में सपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.

पूर्व मंत्री और सपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज

उधर, सिकंदरपुर तहसील के उप जिलाधिकारी संगमलाल यादव की कार्यप्रणाली के विरोध में समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों ने सिकंदरपुर से 29 जून को जुलूस निकाला था. जुलूस में शामिल लोग सिकंदरपुर से चलकर जिला मुख्यालय पहुंचे थे. यहां प्रदर्शन भी किया था. यहां जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव एवं पूर्व मंत्री मो. जियाउद्दीन रिजवी की अगुवाई में जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा गया था.


जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में नगर मजिस्ट्रेट ने पत्रक लिया था. इस मामले में शहर कोतवाली में चौकी प्रभारी सिविल लाइंस की शिकायत पर सोमवार की शाम पूर्व मंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी, सपा जिलाध्यक्ष और जिला पंचायत के पूर्व चेयरमैन राजमंगल यादव, पूर्व विधायक संग्राम सिंह यादव समेत पांच नेताओं और 45 अज्ञात लोगों के विरुद्ध महामारी अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया. बलिया शहर कोतवाली के प्रभारी विपिन सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

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