ग्रामीण चिकित्सक ही दूर दराज गांवों के रोगियों असल मददगार

रसड़ा (बलिया)। स्थानीय मैरिज हाल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वधान में ग्रामीण चिकित्सकों का एक दिवसीय  कार्याशाला का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीण चिकित्सकों की समस्याओं एवं कर्तव्यों पर विचार विमर्श किया गया. चिकित्सकों ने झोला छाप डाक्टर का लेवल पर नाराजगी व्यक्त किया. जबकि ग्रामीण चिकित्सक गरीबो का भगवान बताया. जिला महिला चिकित्सालय स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका राय एवं एमडी मेडिसिन डा डी राय ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया. ग्रामीण चिकित्सकों की तरफ से डा प्यारे मोहन वर्मा ने अतिथियो को बुके देकर सम्मानित किया. डॉक्टर प्रियंका राय कहा कि प्रसव के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. प्रसव के दौरान चिकित्सक की सलाह के बिना दवा का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है. डॉक्टर डी राय ने कहा कि आज के परिवेश में ग्रामीण चिकित्सकों के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है. ग्रामीण मरीजों को बीमारियों के प्रति समय-समय पर जागरूक किया जाए. इस मौके पर डॉ राजेश्वर तिवारी, डॉ संतोष सिंह, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ चन्द्रदीप चौहान, डॉ पी एन शर्मा, डॉ धनुर्धर, डॉ कमलेश शर्मा, डॉ पीएन तिवारी आदि लोगों ने विचार व्यक्त किए. संचालन संतोष तिवारी ने किया.

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