सिकंदरपुर से संतोष शर्मा
सिकन्दरपुर क्षेत्र के घाघरा नदी के जलस्तर सात दिनों तक लगातार घटाव पर रहा, लेकिन गुरुवार की रात से ही पुनः तेजी से वृद्धि शुरू हो गई है. इसी के साथ अनेक स्थानों पर कटान से सैकड़ो एकड़ उपजाऊ भूमि काटकर नदी में समाती जा रही है. जिससे क्षेत्र के घाघरा के किनारे बसे डूंहा, बिहरा, कठौडा़, लिलकर, सिसोटार, गोसाईंपुर, आदमपुर, शेखपुर, खरीद, निपनियां आदि दियारों के निवासी नये ठिकानों के तरफ रूख कर रहे हैं. वहीं बढ़ते जलस्तर को रोकने एवं कटान को रोकने के लिए अभी तक प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की व्यवस्था न किए जाने से दियरांचल के किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
पिछले 24 घंटे में जहां नदी के जलस्तर में करीब पंद्रह फीट की वृद्धि हुई है, वहीं करीब 80 डिसमिल से अधिक ऊपजाऊ भूमि कटान की भेंट चढ़ चुकी है. इस दौरान नदी के बीच जगह जगह उभरे बालू के टीले पानी में डूब चुके हैं.
जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी रहने से दियारा के किसानों में खलबली मची हुई है. शीघ्र ही उपरी भाग में पानी फैल तबाही मचाने की आशंका से भयभीत दीयारों के किसान ऊंचे भागों पर जाने के लिए स्थान की तलाश करने लगे हैं. दियारे के बसिंदो ने कटान रोधी व्यवस्था कराने की मांग की है.