रसड़ा में क्षुब्ध अधिवक्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार, बलिया में पुलिस से भिड़ंत

​बलिया। रसड़ा तहसील में अधिवक्ताओं ने एसडीएम व तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगा कार्य बहिष्कार किया, वहीं बलिया दीवानी न्यायालय में सोमवार को साथी वकील के हाथ में हथकड़ी भड़क गए.

रसड़ा प्रतिनिधि के मुताबिक तहसील में अधिवक्ताओं ने उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार द्वारा अभद्र व्यवहार करने के विरोध मोर्चा खोल दिया है. सोमवार से अधिवक्ताओं ने  कार्य बहिष्कार कर आन्दोलन शुरू कर दिया.

अधिवक्ता भवन में तहसील बार एसोसिएशन के सदस्यों की बैठक संघ के अध्यक्ष द्वारिका सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में अधिवक्ताओं ने अधिकारियों द्वारा अधिवक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार पर आक्रोश जताया. निर्णय लिया कि अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल 23 अगस्त को अधिकारीगण से अधिवक्ताओं के साथ अमर्यादित आचरण  का मुद्दा उठायेगा.

वार्ता पर सकारात्मक पहल नहीं हुआ तो  न्यायालय का बहिष्कार आगे भी जारी रखेंगे. इस मौके पर विपिन चन्द श्रीवास्तव, प्रमोद कुमार सिंह, कमलेश तिवारी  गिरीश नारायण सिंह, सुनील चौरसिया, भानु प्रताप सिंह, शिव प्रकाश तिवारी व  भुवनेश्वर पाण्डेय आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे. संचालन महामंत्री श्याम बिहारी सिंह ने किया.

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बलिया शहर प्रतिनिधि के मुताबिक दीवानी न्यायालय परिसर में सोमवार को साथी वकील के हाथ में हथकड़ी देख भड़के अधिवक्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई. आक्रोशित अधिवक्ताओं ने सीजेएम कोर्ट से पुलिस को खदेड़ दिया. फेफना निवासी मारपीट के आरोपी अधिवक्ता जितेंद्र कुमार दुबे के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए वकीलों की काफी देर तक पुलिस से नोकझोंक चली. जिला जज मो. असलम के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ.

बताया जाता है कि पुलिस ने जितेंद्र कुमार दुबे को मारपीट मामले में गिरफ्तार किया था. आरोप है कि रात में पुलिस ने उनके संग बदसलूकी की साथ ही न्यायालय में पेश करते समय हाथ में हथकड़ी भी लगा दी. अधिवक्ताओं के अनुसार यह नियम विरुद्ध है. जितेंद्र को लेकर एसआई व सिपाही के न्यायालय परिसर में पहुंचते ही अधिवक्ताओं की उनसे झड़प हो गई. इस दौरान एसआई भाग कर जिला जज के चेंबर में चले गए.

उधर, कोतवाल शशिमौलि पांडेय के हस्तक्षेप पर हत्थे से उखड़े अधिवक्ताओं ने सीजेएम कोर्ट से पुलिस को दौड़ा लिया. बाद में पुलिसकर्मी व अधिवक्ताओं को अलग किया गया. उधर, मारपीट मामले में जमानत के बाद सीजेएम ने आरोपी अधिवक्ता जितेंद्र दुबे का मेडिकल कराने का आदेश दिया.

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