बलिया निवासी प्रधान आयकर आयुक्त ने सामने रखी गईं समस्याओं के निपटारे का दिया भरोसा
बलिया. आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे प्रदेश के पूर्वी जोन के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त आशीष वर्मा ने बुधवार को आयकर कार्यालय पर जिले के सीए व टैक्स अधिवक्ताओं संग बैठक की। उन्होंने एक-एक बिंदु पर विस्तार से पक्ष सुनने के बाद निराकरण का भरोसा दिलाया। आयकर रिटर्न भरने के समय आने वाली दिक्कतों को सुनने के बाद कहा कि बहुत जल्द ही इन समस्याओं से निजात मिल जाएगी।
वरिष्ठ आईआरएस अफसर आशीष वर्मा ने कहा कि जनता की जितनी शिकायतें हैं उन्हें हर हाल में समय से निस्तारित कराया जाएगा। अधिवक्ता व सीए ने मांग रखा कि जिले में आयकर का अपने भवन में कार्यालय नहीं है। इस पर उन्होंने आयकर अधिकारी संजय कुमार को इस बावत अब तक के किये गए प्रयासों के बारे जानकारी मांगी। टैक्स अधिवक्ता व चार्टेड एकांउटेन्ट की जिज्ञाशाओं को शांत करते हुए आशीष वर्मा ने कहा हम स्थानीय ग्रीवांस को निस्तारण कर सकते है। बाकी अन्य सभी प्रकार की समस्याओं की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। रिटर्न में आने वाली समस्याओं में काफी सुधार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कर निर्धारण के बाद रिकवरी सबसे मुख्य होता है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिले के आईटीओ को दी गयी है। कोरोना महामारी के दौरान रिकवरी थोड़ी कम हुई है, लेकिन बलिया की स्थिति काफी हद तक ठीक है। उन्होंने अमृत महोत्सव के बारे जानकारी देते हुए सरकार की उपलब्धियों के बारे विस्तार से जानकारी दी। आयकर विभाग वाराणसी के कुमार गौरव, पूर्व आयकर अधिकारी एके सिंह, उपेंद्र तिवारी, दीपक तिवारी, आफताब आलम, सीए बलजीत सिंह, जेपी सिंह, शुभम गुप्ता, सौरभ माहेश्वरी, वरिष्ठ अधिवक्ता बीएन पांडेय, उमेश प्रताप, रामगोपाल अग्रवाल, अजय शंकर, संतोष गुप्ता, प्रदीप कुमार पप्पू जी, विनोद वर्मा आदि मौजूद रहे।
जिले के निवासी हैं वरिष्ठ आईआरएस अफसर
वरिष्ठ आईआरएस अफसर आशीष वर्मा लखनऊ में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त पूर्वी जोन के रूप में तैनात है। मूलरूप से सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के कैथवली के निवासी है। जिले में दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान आशीष वर्मा ने कहा कि यह मेरे लिए हर्ष की बात है कि मैं अपने जनपद में आया हुआ हूं।
आयकर के अफसर ने पौधरोपण कर दिया ये संदेश
बलिया. भारत की आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम से पहले मुख्य आयकर आयुक्त आशीष वर्मा ने बाबा बालेश्वर व भृगु मंदिर में जाकर पूजन-अर्चन किया। इसके बाद भृगु मंदिर प्रांगण में पौधरोपण किया।
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)