बलिया। शहर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में आपरेशन के बाद पैदा हुए नवजात की हालत बिगड़ने परिनज उसे मंगलवार को वाराणसी स्थित किसी अस्पताल में भर्ती करवाए. बुधवार प्रसूता की भी हालत बिगड़ गई, परिजन अभी उसे वाराणसी ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि प्रसूता ने दम तोड़ दिया. इस बात से आक्रोशित लोगों ने जगदीशपुर तिराहा जाम कर दिया. नतीजतन वाहनों की लंबी कतार लग गई. बाद में मौके पर पहुंचे सीओ सिटी हितेंद्र कृष्ण और सदर कोतवाल शशिमौली पांडेय ने समझा बुझा कर लोगों को शांत करवाया.
बताया जाता है कि जगदीशपुर दलित बस्ती निवासी जितेंद्र की पत्नी बबली को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने रविवार को उसे उक्त र्निसंग होम में भर्ती कराया. इस बीच सामान्य प्रसव नहीं होने पर चिकित्सकों ने उससे आपरेशन की बात बताई. इस दौरान घर वालों के राजी होने पर महिला का आपरेशन कर प्रसव कराया गया. प्रसव के बाद नवजात की हालत खराब होने लगी जिस पर परिजन उसे लेकर वाराणसी चले गए.
इधर एक दिन बाद प्रसूता की तबीयत भी बिगड़ने लगी, जिस पर बुधवार को परिजन उसे भी लेकर वाराणसी जाने लगे. परिजन उसे र्निसंग होम से बाहर निकाल कर अभी ले जाने की तैयारी कर रही रहे थे कि बबली ने दम तोड़ दिया. इसको लेकर परिजन अन्य लोगों के साथ र्निसंग होम पर पहुंच गए और बवाल करने लगे. इस बीच आक्रोशित लोगों सड़क पर जाम लगा दिया. जिससे आवागमन ठप हो गया. इस दौरान परिजन मुआवजे आदि की मांग पर अड़े रहे. इसको लेकर घंटों अफरातफरी की स्थिति रही. बाद में मौके पर पहुंचे सीओ सिटी व सदर कोतवाल ने किसी तरह से मामले को शांत कराया.