
बलिया से कृष्णकांत पाठक
सलेमपुर सांसद रवींद्र कुशवाहा और राज्यसभा सांसद नीरज शेखर के बाद बलिया के सांसद भरत सिंह ने भी दयाशंकर सिंह के परिजनों के साथ हुई बदसलूकी की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है. श्री सिंह ने बसपा के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की है. मोबाइल पर बातचीत के दौरान बलिया सांसद ने कहा कि मायावती यदि दयाशंकर के परिजनों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बसपा से नहीं निकालती है तो वे भी उनकी (दयाशंकर सिंह) भाजपा में वापसी की मांग करेंगे. बलिया सांसद ने स्पष्ट किया कि बेशक दयाशंकर ने मायावती के लिए जिन लफ्जों का इस्तेमाल किया वह सरासर गलत है. मगर उनके किए की सजा उनके निर्दोष परिजनों को नहीं दी जानी चाहिए. उनके परिजनों के प्रति गलतबयानी का अधिकार किसी को नहीं है.
मायावती के एक्शन लेने तक जारी रहेगा भाजपा का आंदोलन
सांसद भरत सिंह ने कहा कि भारत की हर बेटी की सम्मान की रक्षा करने के पक्ष में भाजपा है. बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में जैसा आंदोलन तब तक चलेगा जब तक मायावती जी अपने नेताओं की गलत बयानी के लिए सख्त कार्रवाई नहीं करती हैं. उन्हें स्वाति सिंह और उनकी नाबालिग बेटी से माफी मांगनी पड़ेगी .अगर वे ऐसा नहीं करती हैं तो भाजपा सड़क से सदन तक बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी.
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दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह और उनकी नाबालिग बेटी को पेश करने के ऐलान का मतलब क्या होता है…. इस प्रकार के गैर जिम्मेदाराना बयान के लिए नसीमुद्दीन सिद्दी की पर तत्काल पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होना ही चाहिए. भाजपा ऐसे बदजुबान नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की हिमायती है – भरत सिंह (सांसद, बलिया)
क्या है पास्को एक्ट
बच्चों के साथ आए दिन हो रहे यौन अपराधों की बढ़ती संख्या देखकर सरकार ने वर्ष 2012 में एक विशेष कानून बनाया था. जो बच्चों को छेड़खानी, बलात्कार और कुकर्म जैसे मामलों से सुरक्षा प्रदान करता है. उस कानून का नाम पास्को एक्ट (प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फार्म सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट 2012) है.