बैरिया (बलिया)। उम्र के अंतिम पड़ाव पर खड़े 70 वर्षीय बुजुर्ग अपने पुत्र के साथ हुए विवाद में न्याय मांगने थाने गया तो उप निरीक्षक ने यह कह कर भगा दिया कि तुम्हें इस उम्र में मकान की क्या जरूरत है. ….तो वृद्ध मंगलवार को पुलिस अधीक्षक राम प्रताप सिंह से मिलकर पत्रक देकर गुहार लगाया. आखिरकार थानाध्यक्ष हल्दी ने वृद्ध को न्याय दिलाया.
हल्दी थाना क्षेत्र के सुजानीपुर निवासी रमानंद शर्मा पुत्र स्वर्गीय भागवत शर्मा तीन दिन पहले हल्दी पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उसका इकलौता पुत्र नए मकान में रहता है. पुराने मकान में मात्र एक कमरा पक्का है और एक कमरा मिट्टी का खपरैल. बाढ़ के समय रामानंद पत्नी समेत अपनी पुत्री के यहां दिल्ली चला गया. वहां से लौटा तो देखा कि कच्चा मकान जमींदोज हो गया है और पक्के वाले कमरे में बेटे ने ताला लगा रखा है. खोलने को कहा तो उसने इंकार कर दिया.
इस मामले को लेकर 70 वर्षीय वृद्ध रामानंद ने हल्दी पुलिस से तीन दिन पूर्व मिला तो जांचकर्ता हल्के के उप निरीक्षक मौके पर जाकर जांच किए तथा दोनों पक्षों को थाने बुलाया और वृद्ध से कहा कि तुम्हे कमरे की क्या जरूरत है. घर का ताला नहीं खोले जाने की बात कह कर वापस भेज दिया. मंगलवार की सुबह रमानंद जिला अधिकारी बलिया व पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर गुहार लगाया. पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष हल्दी को तुरंत न्याय दिलाने की बात कही. जिस पर थानाध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने पिता -पुत्र दोनों को थाने बुलाकर समस्या का समाधान करते हुए पुलिस भेजकर ग्राम प्रधान व संभ्रांत नागरिकों की मौजूदगी में ताला खुलवाया. समाचार लिखे जाने तक पुत्र हरिशंकर को थाने पर ही बैठाया गया है.