सिकन्दरपुर(बलिया)। जिला अधिकारी भवानी सिंह खंगारोत ने मंगलवार को तहसील सिकंदरपुर के परिसर व राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नवानगर में वृक्षारोपण अभियान के तहत पौधरोपण किया. जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली, उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर राजेश यादव सहित अन्य अधिकारियों ने भी पौधरोपण किया.
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नवानगर में विद्यार्थियों द्वारा भी सागौन के पौधे रोपित किए गए. यहां पर तकरीबन 100 सागौन के पौधे रोपित किए गए. इस अवसर पर उन्होंने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नवानगर का निरीक्षण भी किया. जिलाधिकारी ने कहा संस्थान में नोटिस बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाया जाए. उन्होंने कहा नोटिस बोर्ड हर हाल में लगाया जाना चाहिए क्योंकि इससे छात्रों व टीचिंग स्टाफ के बीच संवाद व संचार व्यवस्था मजबूत होती है और रचनात्मक दृष्टिकोण प्रवाहित होता है.
उन्होंने क्लास रूम का निरीक्षण किया. क्लास रूम में ब्लैक बोर्ड पर कई शब्दों की स्पेलिंग गलत पाई गई, इसके लिए उन्होंने प्रधानाचार्य को हिदायत दी की इस तरह के स्टाफ को सचेत किया जाए जो गलत स्पेलिंग लिख रहे हैं. जिलाधिकारी ने कहा क्लास रूम के अंदर व बाहर किसी न किसी टेक्नोक्रेट महापुरुष का चित्र लगाया जाए, इससे छात्रों को प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने वेल्डर प्रैक्टिकल रूम का भी निरीक्षण किया तथा स्टाफ के बारे में भी जानकारी हासिल की. जिलाधिकारी ने कहा की स्टाफ को और अधिक सक्रिय किया जाए तथा पठन पाठन की गुणवत्ता बढ़ाए जाने की गंभीर प्रयास किए जाए.
सिकंदरपुर कस्बे में पालीथीन विरोधी रैली
जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारोत के नेतृत्व में सिकंदरपुर कस्बे में पालीथीन विरोधी रैली का आयोजन किया गया. सिकंदरपुर में हो रही बारिश के बीच प्लास्टिक विरोधी रैली लोगों के आकर्षण का केंद्र रही. जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कई दुकानों पर जाकर चेक किया कि वह पॉलीथिन का प्रयोग तो नहीं कर रहे हैं.उन्होंने फल बेचने वालों की भी चेकिंग की. इस दौरान जिलाधिकारी ने तमाम लोगों को कागज के लिफाफे भी वितरित किए और लोगों को जागरूक करते हुये कहा कि पॉलिथीन बहुत ही हानिकारक है, इसका प्रयोग न किया जाए. रैली में पॉलिथीन विरोधी तख्तियों पर स्लोगन लिखे लोग भारी संख्या में चल रहे थे. जिलाधिकारी ने कहा की पॉलिथीन का प्रयोग न करने के लिए ई-रिक्शा पर लाउडस्पीकर से नगर में प्रचार प्रसार किया जाए और लोगों को जागरुक किया जाए कि वह कपड़े व कागज के थैलों का प्रयोग करें.