बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शनिवार को संघ कार्यालय टाउल हाल पर भारतीय नव वर्ष कार्यक्रम एवं नगर में होने वाले पथ संचलन कार्यक्रम की योजना बनायी. जिला प्रचार प्रमुख अरूण कुमार मणि ने बताया कि 29 मार्च को भारतीय नव वर्ष प्रारम्भ हो रहा है. इसकी पूर्व संध्या पर 28 मार्च को दोपहर दो बजे से रामलीला मैदान से एक विराट पथ संचलन पुनः वापस रामलीला मैदान आयेगा. वहां जनसमारोह के साथ कार्यक्रम का समापन होगा. इस कार्यक्रम में पूरे जिले से तीन हजार स्वयंसेवक भाग लेंगे.
मणि ने कहा कि सांस्कृतिक जीवन का विक्रमी संवत् से गहरा नाता है. भारतीय नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है, जिसे विक्रमा संवत् का नवीन दिवस भी कहा जाता है, पर आज के लोग एक जनवरी को अपना नया वर्ष मनाते है, जो गलत है. गुलामी की मानसिकता है. आज व्यापार, आफिस, वित्तीय वर्ष सब में एक अप्रैल से ही नया वर्ष मनाया जाता है. जिसको अंग्रेज फूल डे (मूर्ख दिवस) मानते हैं. हमारी संस्कृति को गलत बताने का कार्य किया गया है. यदि हमे गौरव से जीने का भव जगाना है तो अपने अंतर्मन में राष्ट्र भक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा. गुलाम बनाये रखने वाले प्रतीकों व दिनो पर आश्रित रहने वाले अपना आत्म गौरव खो देते है. पराधीनता के कारण जिस मानसिकता का विकास हुआ, इससे हमारे राष्ट्रीय भाव का क्षय हो गया. सुरदास, रसखान जैसे व्यक्तित्व का जन्म हुआ वहां गंदी पाश्चात्य संस्कृति से क्या लेना. आइये स्वदेशी अपनाएं और गौरव के साथ भारतीय नव वर्ष विक्रमी संवत् को ही मनाए. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 29 को सभी घरो पर ‘ओम‘ अंकित ध्वज लगाये एवं सभी बंधुओं को तिलक लगाकर नव वर्ष का स्वागत करे एवं भारतीय नववर्ष की बधाई दे. बैठक में निर्भय, राघवेन्द्र, संजय, अखिलेश, राकेश, सौरभ, राजेश आदि उपस्थित रहे.