नगरा (बलिया)। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा के अलावे क्षेत्र के अन्य सरकारी अस्पतालों पर भी रेबीज़ इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. विक्षिप्त जानवरों ने लगभग डेढ़ दर्जन लोगों को विभिन्न गांवों में काट कर जख्मी कर दिया है. रेबीज़ के इंजेक्शन के अभाव में पीड़ित इधर उधर भटक रहे हैं तथा निजी दुकानों से महंगे रेबीज़ इंजेक्शन खरीद कर लगवा रहे हैं. इस बाबत मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया डॉ. बटकेश्वर तिवारी ने बताया कि मंगलवार तक क्षेत्र के अस्पतालों पर रेबीज़ उपलब्ध करा दिया जाएगा.
- रेबीज़ (अलर्क, जलांतक) एक विषाणु जनित बीमारी है, जिस के कारण अत्यंत तेज इन्सेफेलाइटिस (मस्तिष्क का सूजन) इंसानों एवं अन्य गर्म रक्तयुक्त जानवरों में हो जाता है.
- रेबीज़ इंसानों में अन्य जानवरों से संचारित होता है. जब कोई संक्रमित जानवर किसी अन्य जानवर या इंसान को खरोंचता या काटता है तब रेबीज़ संचारित हो सकता है. किसी संक्रमित जानवर के लार से भी रेबीज़ संचारित हो सकता है, यदि लार किसी अन्य जानवर या मनुष्य के श्लेष्मा झिल्ली के संपर्क में आता है.