पेटीएम वॉलेट से गायब हो गए बीस हजार

कॉरपोरेशन बैंक में पासबुक छपवाने गए तो हुआ खुलासा

जयप्रकाशनगर (बलिया)। यह सही है कि आधार कार्ड को बैंक अकाउंट से लिंक करने के बाद लेन-देन की सुविधाएं आसान हो जा रही हैं, किंतु खाते से आधार लिंक होने के बाद यदि आप सतर्क नहीं हैं तो आप कगांल भी हो सकते हैं. यह सतर्कता केवल खाता नंबर को लेकर ही नहीं, आधार नंबर को लेकर भी रहनी चाहिए. अन्‍यथा जब तक आप जानेंगे, तब तक आपका खाता खाली हो चुका होगा. कुछ इसी तरह का एक मामला दोकटी थाना क्षेत्र के शोभा छपरा में प्रकाश में आया है.

शोभा छपरा निवासी मनीष कुमार वर्मा कारपोरेशन बैंक कर्णछपरा का खाताधारी हैं. उनका खाता नंबर-332XXXXXXXXX582 है. उनके मोबाइल पर 11 फरवरी को 9709591434 नंबर से एक फोन आया, जिसमें यह कहा गया कि आप अपना आधार नंबर बताएं, अन्‍यथा आपका खाता बंद कर दिया जाएगा. खाताधारी ने डर से उसी वक्‍त अपना आधार नंबर बता दिया. इस बात की जानकारी उन्‍हें तब हुई, जब वह सोमवार को संबंधित शाखा में अपना पासबुक अपडेट करवाने के लिए गए. पासबुक प्रिंट होते ही उनके होश उड़ गए. उन्‍होंने बताया कि 11 फरवरी को दिन में 12 बजे वह फोन आया था और उसके ठीक एक घंटे बाद हैकरों ने उनके खाते से रकम निकालना शुरू कर दिया. एक बजे से लेकर 1:26 बजे के बीच पांच-पांच हजार तीन बार, फिर चार हजार और आखिर में एक हजार धनराशि क्रमश: हैकरों ने उड़ा दिया.

सभी ट्रांजेक्‍शन पेटीएम बटुए से होने की बात बैंक बताता है. पासबुक पर भी पेटीएम से ही निकासी की बात दर्ज है. इस बात की शिकायत जब संबंधित ने शाखा प्रबंधक से की गई तो उन्‍होंने इसकी प्राथमिकी दर्ज करावाने की सलाह दी. वैसे तो इस मामले की जांच चल रही है किंतु यहां बड़ा सवाल यह कि आधार कार्ड के मामले में सभी लोग अभी भी उतना सतर्क नहीं है, जितना होना चाहिए. आधार का प्रयोग सिम लेने के सांथ-सांथ अन्‍य सभी मामलों में जरूरी हो चला है. ऐसे में आधार कार्ड से सतर्कता हर किसी के लिए जरूरी है.

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