सिकंदरपुर, बलिया. क्षेत्र के रकसा (रतसर) स्थित किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के बहुउद्देश्यीय कक्ष में बीएलएड् विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को पृथ्वी दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान “पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व :चुनैतियां एवम समाधान” विषयक गोष्ठी भी आयोजित हुई.
कुंवर सिंह पीजी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर व कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ अमित कुमार सिंह ने कहा कि साम्राज्यवाद की कुत्सित मानसिकता से ग्रस्त कुछ देश पृथ्वी को जीवन विहीन करने पर तुले हैं. चीन और वियतनाम तथा रूस व यूक्रेन के वर्तमान हालत का जिक्र करते हुए कहा कि यह हालात प्रकृति, पर्यावरण व मानव सभ्यता सभी के लिए घातक साबित हो रही है. सक्षम और प्रबल राष्ट्रों को इससे बचना होगा अन्यथा स्थिति भयावह हो सकती है. कार्यक्रम के सह वक्ता गौरी शंकर राय कन्या महाविद्यालय के असिस्टेंट
प्रोफेसर धनन्जय राय ने कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण पर अपने मूल को नहीं खोना चाहिए. पूर्वजों ने हमें व सब कुछ उपलब्ध कराया है जो मानव जीवन के लिए आवश्यक था. पर नगरीकरण व औद्योगीकरण की होड़ में वर्तमान पीढ़ी उस थाती को गवांती जा रही है. पृथ्वी की महत्ता को स्वीकार करते हुए उसे संरक्षित और संवर्धित करने की जरूरत है. इसके अलावा पृथ्वी के आवरण को भी बचाना होगा अन्यथा हमारा अस्तित्व ही खतरे में पड़ जायेगा.
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की छायाचित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्वलित करके किया गया.
इस मौके पर कालेज के संस्थापक व प्रबन्धक लल्लन सिंह, प्राचार्य डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ अरविंद सिंह, विकास सिंह, डॉ नागेन्द्र राम व समस्त प्राध्यापक गण उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने किया.
(सिकंदरपुर संवाददाता संतोष शर्मा की रिपोर्ट)