
चौक पर तैनात पुलिस कर्मी मूक दर्शक बने रहे, पब्लिक हुई आक्रोशित तो भाग निकले ठेले वाले
चौक पर ठेला लगने से होता रास्ते का अतिक्रमण, राहगीरों व वाहनों के आवागमन में अक्सर होती दिक्कत
सिकंदरपुर(बलिया)। थाना क्षेत्र के बस स्टेशन चौराहा पर बुधवार की शाम अपने परिवार के साथ रक्षाबंधन की खरीदारी करने आये सिपाही ने फल विक्रेता के ठेला के सामने अपना वाहन खड़ा कर दिया. जिसको लेकर ठेला विक्रेता व सिपाही में कहासुनी हो गई. देखते देखते मामला इतना तूल पकड़ लिया की ठेले वालों ने मिलकर सिपाही व उसके बहन बहनोई व मां की जमकर पिटाई कर दिए. यह घटना देख चौराहे पर खड़े अन्य लोग आक्रोशित हो उठे. लोगों को आक्रोशित होता देख ठेले वाले वहां से फरार हो गए.
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घटना से आक्रोशित होकर मौजूद लोगों ने ठेले सहित फल को सड़क पर गिरा दिया और हंगामा शुरू कर दिया. थोड़ी देर में प्रभारी निरीक्षक बालमुकुंद मिश्र, इंस्पेक्टर समर बहादुर सिंह, चौकी प्रभारी अमरजीत यादव पहुंच गए और घायल सिपाही व उसके परिजनों को थाने ले गए. सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया.
मिली जानकारी के अनुसार पकड़ी थाना क्षेत्र के चकरा गांव निवासी आजमगढ़ में तैनात सिपाही नवनीत चौहान रक्षाबंधन में बलिया ड्यूटी लगने के कारण घर आया था. बुधवार की शाम वह अपने बहन अंजू, बड़ी बहन सरोज, बहनोई लक्ष्मण चौहान व मां शैल देवी के साथ सिकन्दरपुर बाजार करने आया था. इस दौरान बाजार में अत्यधिक भीड़ होने के कारण वह चौराहे पर गाड़ी खड़ी कर दिया. गाड़ी खड़ा देख ठेला विक्रेता को यह नागवार लग गया और वह गाड़ी हटाने के जिद करने लगा. जबकि सिपाही द्वारा यह कहा गया कि अभी गाड़ी हटा लूंगा. लेकिन ठेला विक्रेता एक नहीं सुना और सिपाही सहित उसके परिजनों की जमकर पिटाई कर दी. जबकि चौराहे पर पुलिस की ड्यूटी भी थी. लेकिन पुलिस के नाक के नीचे सिपाही की पिटाई व उसके परिजनों की पिटाई चर्चा का विषय बना हुआ है. जिला पंचायत सदस्य रवि यादव ने कहा कि आए दिन बस स्टेशन चौराहा के इर्द-गिर्द ठेला वाले जाम करते हैं और पुलिस चौराहे पर ही मौजूद रहती है. पुलिस ठेला वालों से आए दिन फल लेती है, और केवल देखती रहती है. कार्रवाई तो दूर हटाने तक की जहमत नहीं उठाती है.