सांसद आदर्श गांव की खुली बैठक में नही पहुंचे अधिकारी, मायूस लौटे ग्रामीण 

हाल- ए- सांसद आदर्श गांव

बलिया। जनपद के सांसद आदर्श ग्राम  ओझवलिया में राशन की दुकान के चयन लिए बैठक का दिन व समय पूर्व निर्धारित था. सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति भी समय पर हो गयी. लेकिन जिला स्तरीय अधिकारी पर्यवेक्षक तथा ग्राम प्रधान के ना आने के कारण ग्रामीणों को मायूस लौटना पड़ा. 

ज्ञात हो कि सांसद आदर्श गांव ओझवलिया के दुकानदार की पिछले साल नौकरी लग जाने की वजह से इस गांव की दुकान बगल के रामपुर टीटीही गांव के दुकानदार के यहां से पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से संचालित हो रही है. जिससे से ग्रामीणों को करीबन 3 किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर  राशन लाना पड़ता है. इसके लिए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित कई जगह पत्र लिखकर गांव में राशन की दुकान आवंटित कराने की मांग की. जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने पर्यवेक्षक तैनात करते हुए सोमवार के दिन ओझवलिया में राशन की दुकानदार के चयन के लिए बैठक निर्धारित की थी. निर्धारित समय से 10 बजे स्कूल पर सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति के बावजूद किसी अधिकारी कर्मचारी एवं ग्राम प्रधान के न पहुंचने के कारण लोगों को मायूस होकर बैरंग वापस लौटना पड़ा.

ग्रामीणों का कहना था कि गांव में राशन की दुकानदार के चयन के लिए हम लोगों को प्राथमिक विद्यालय पर बुलाकर इस तरह अधिकारियों को बेइज्जत नहीं करना चाहिए था. बैठक में आने वालों में मुख्य रुप से गोपाल कृष्ण पांडे, जयदयाल पांडे, जनार्दन  तिवारी, शिवनाथ से वर्मा, गजेंद्र राव, शिवजी दुबे, मदन दुबे, सर्वेश वर्मा, श्रीभगवान ठाकुर, ओपी ठाकुर, ओम प्रकाश वर्मा, दिलेश्वर उपाध्याय, अभिषेक कुमार दुबे, आदि लोग रहे.

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