नहीं है नौरंगा पंचायत की सुधि लेने वाला

बैरिया: तहसील क्षेत्र के गंगा पार दक्षिण में बिहार के गांवों के किनारे बसे नौरंगा ग्राम पंचायत के बाढ़ पीड़ितों की कोई सुधि नहीं ले रहा है.

ग्रामीणों की मांग पर उस पार एक बार पहुंचे जिलाधिकारी भवानीसिंह खंगारोत और विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने गांव का हाल जाना. बाढ़ राहत देने का आश्वासन देकर लौट आए.

लगभग 15 हजार की आबादी वाली ग्राम पंचायत नौरंगा में नौरंगा, चक्की नौरंगा और उदईछपरा गांव हैं. गांव के अधिकांश घर छान्ही छप्पर वाले हैं. उनमें 700 लोगों को प्लास्टिक के तिरपाल दिये गये जो पर्याप्त नहीं है.

हाल यह है कि लोग खुद को बचाएं या पशुओं को. इस गांव के लिए और अधिक तिरपाल की आवश्यकता महसूस की जा रही है. गांव के धन्नू ठाकुर बताते हैं कि जिलाधिकारी के आने पर चिकित्सक, पशु चिकित्सक, लेखपाल, एसडीएम सभी आए थे.

उनके जाने के बाद इस गांव की तरफ कोई झांकने तक नहीं आया. लोगों ने इस संबंध में जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है.

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