माया के पास माया की कोई कमी नहीं – मायावती

बलिया लाइव ब्यूरो

लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रेस कांफ्रेंस के तत्काल बाद बुधवार को पत्रकारों से मुखातिब मायावती बोलीं, स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी छोड़कर कोई एहसान नहीं किया, उन्हें पार्टी से निकाला जाना तय था. मौर्य ने ऊंचाहार से अपने बेटे के लिए टिकट मांगा था. परिवारवाद से बुरी तरह से जकड़े हुए है मौर्य. 2012 में बेटे-बेटी को दिलवाया, दोनों हार गए. बसपा सुप्रीमो बोली, जब तक जिंदा हूं मान्यवर कांशीराम जी के सिद्धांतों पर चलूंगी, परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दूंगी. कांशीराम जी ने मुझे अपना उत्तराधिकारी बनाया था. कई बार समझाया गया, पर स्वामी प्रसाद नहीं सुधरा. सत्ता में बसपा के न लौटने पर उसे नेता विपक्ष बनाया. नेता विपक्ष बड़ा पद है.

मौर्य से पूछा- पूरे घर को चुनाव लड़वाया, कितना पैसा बसपा को दिया
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा, पार्टी छोड़ने के बाद याद आया कि मैं दौलत की बेटी हूं. माया के पास माया की कोई कमी नहीं है, कार्यकर्ताओं ने धन की कभी कमी नहीं होने दी. मैं तो पैदा हुई थी तभी मां-बाप ने नाम रखा था माया. स्वामी प्रसाद ने घर भर को चुनाव लड़वाया, बताए बसपा को कितना पैसा दिया है. घोर परिवारवादी है, घर भर के लिए टिकट मांगता है. स्वामी प्रसाद का टिकट तो 2012 में ही काटने वाली थी, पार्टी के कुछेक नेताओं के कहने पर बख्श दिया. उसके बच्चे ही कंट्रोल में नहीं रहते हैं. पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कई विधायकों को निकाला, परिवारवाद के चलते भी कइयों को चलता किया. मुलायम पहले अपने खानदान को टिकट बांटते हैं, वे स्वामी प्रसाद का अधिक से अधिक इस्तेमाल भर करेंगे. मुलायम का पुराना साथी है स्वामी प्रसाद, पुराना दल बदलू है.

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