


नगरा,बलिया. नगरा क्षेत्र में सरकारी अस्पतालों में रैबीज का इंजेक्शन नहीं होने से ऐसे मरीज खासे परेशान हो रहे हैं जिन्हें कुत्ते ने काटा हो। मरीजों की शिकायत है कि अस्पतालों में एंटी रैबीज इंजेक्शन डेढ़ महीने से नहीं है, जिनको कुत्ता काट ले रहा है वह इंजेक्शन के लिए भटक रहे हैं और महंगे दामों पर बाजार से रैबीज का इंजेक्शन खरीद रहे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा सहित क्षेत्र में आधे दर्जन सरकारी अस्पताल है। सीएचसी व पीएचसी में कुत्ता काटने के दो-चार मरीज रोजाना ही आते हैं लेकिन उन्हें एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं लगाया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन की ओर से इसके नहीं होने की बात कह कर डेढ़ माह से लौटा दिया जा रहा है। ऐसे में गरीब मरीज परेशान हैं। बाजार से महंगा इंजेक्शन खरीदना उनकी जेब पर भारी पड़ रहा है।
पीड़ितो का कहना है अस्पताल प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। अपनी कमी छिपाने के लिए इंजेक्शन खत्म होने की जानकारी नोटिस बोर्ड पर नहीं लगाई जा रही है। क्षेत्र के अन्य सरकारी अस्पतालों में भी रैबीज इंजेक्शन का यही हाल है। यहां भी ग्रामीणों को लौटना पड़ रहा है। वे भी बाजार से खरीदकर इंजेक्शन लगवा रहे है।

इस बारे में जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ त्रिलोकीनाथ यादव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि रैबीज का इंजेक्शन कब तक आएगा स्पष्ट नहीं है।
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)