तीन घंटे तक रुका रहा एनएच 31 का यातायात प्रवाह, दिक्कत में रहे यात्री
रामगढ़(बलिया)। बलिया- बैरिया मार्ग (एनएच31) पर सूघरछपरा में बीच सड़क पर बने गड्ढे में सैकड़ों ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को धरना पर बैठे इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह सड़क निर्माण की मांग को लेकर धरना पर बैठ गए. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टेक्नीकल प्रोजेक्ट मैनेजर योगेंद्र प्रताप सिंह के इस लिखित आश्वासन के बाद कि 16 नवंबर से उक्त मार्ग का मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा, के बाद समाप्त हो गया.
बताते चलें कि बेलहरी से मांझीघाट तक बलिया-बैरिया मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. जिससे लोगों के आने-जाने में भारी असुविधा हो रही है. पहले यह मार्ग राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभाग के पास था. जब से फोरलेन मंजूर हुआ है, यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एचएनआई) के जिम्मे चला गया है, और काफी दिनों से इस मार्ग का मरम्मत नहीं हुई है. इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह द्वारा इस संदर्भ में जिलाधिकारी व संबंधित विभाग के अधिकरियों को कई बार शिकायती पत्र देकर उक्त मार्ग को ठीक करने का आग्रह किया गया था.
डीएम भवानी सिंह खंगारौत ने भी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को लिखा था. बावजूद इसके इस मार्ग को गड्डामुक्त करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई. अंतत: शनिवार को दर्जनों पंचायत प्रतिनिधियों व सैकड़ों ग्रामीणों के साथ सुबह 10 बजे उक्त सड़क में बने गड्ढों में ही विनोद सिंह धरना पर बैठ गए. जिससे बलिया-बैरिया मार्ग जाम हो गया. दोनों तरफ सैकड़ों वाहनों के कतार लग गई. धरना शुरू होने के लगभग तीन घंटे बाद सीओ उमेश यादव व एसएचओ गगनराज सिंह के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टेक्नीकल प्रोजेक्ट मैनेजर योगेंद्र प्रताप सिंह धरना स्थल पर पहुंचे और 16 नवंबर से उक्त सड़क को मरम्मत कराकर इसे गड्ढामुक्त कराने का लिखित आश्वासन दिया. इसके बाद धरना दोपहर लगभग एक बजे समाप्त हो गया.
धरना पर इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह के अलावा पूर्व प्रधान नागेंद्र सिंह, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अयोध्या प्रसाद साहू, सुरजीत सिंह, कृष्णा सिंह, जेपी मिश्र, संजय सिंह के अलावा दर्जन भर पंचायत प्रतिनिधि व सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे. शांति व्यवस्था के लिए बैरिया एसएचओं के अलावा हल्दी के एसओ विनात मोहन पाठक सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद थी.