

सिकन्दरपुर (बलिया)। आखिर कई वर्षों की जलालत झेलने के बाद उप जिलाधिकारी से लेकर के अन्य अधिकारियों तक ज्ञापन देने, धरना प्रदर्शन करने तथा धान रोपाई करने के बाद अचानक उस समय सिकंदरपुर से थाने पर जाने वाली नहर के किनारे बसे लोगों के चेहरे खिल उठे जब सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया.
हालांकि अभी निर्माण कार्य नहर के बाईं तरफ लगभग 500 से 600 मीटर तक ही हो रहा है, फिर भी किनारे पर बसे लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है. उनका कहना है कि ऐसा लगता है कि अब हम गंदगी से निकलकर आदर्श और स्वच्छ वातावरण में रह पाएंगे. बरसात के दिनों में जलालत की जिंदगी हमें झेलनी नहीं पड़ेगी. बताया जाता है कि सिकन्दरपुर चौराहे से थाना को जाने वाली नहर के किनारे का मार्ग जर्जर हो गया था. बरसात के दिनों में गंदगी और कीचड़ से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा था.

इसके लिए वहां के बासिंदे दर्जनों बार उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपे तथा मार्ग पर जमे कीचड़ और पानी में धान रोपाई कर अपना विरोध प्रकट किए थे. नहर मार्ग बनता न देख कर लोगों में निराशा भर गया था. लेकिन अचानक शुरू हुए निर्माण कार्य से लोगों में एक आशा की किरण जग गई है कि जब एक तरफ का कार्य हो जाएगा तो शायद दूसरी तरफ से कार्य भी विभाग द्वारा कर सड़क निर्माण किया जाएगा.