

बलिया. जननायक चंद्रशेखर विश्विद्यालय के स्थापना दिवस समारोह के दूसरे दिन जे एन सी यू एवं बलिया के वर्तमान विभूत्तियों के साथ अटूट सम्बंध का निर्माण विषयक राष्ट्रीय वेबिनार सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बलिया की मिट्टी से जुड़े लगभग 80 से ज्यादा प्रसिद्ध लोग हैं जो देश और विदेश में उच्च पदों पर आसीन हैं. ऐसे महान विभूति विश्विद्यालय के कार्यक्रम से जुड़कर अपने विचारों को साझा किया और विश्विद्यालय सहित जनपद के विकास के बारे में भी अपना सहयोग देने की बात कही.
मुख्य वक्ता के रूप में राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय समस्तीपुर, पूसा बिहार के कुलपति प्रोफेसर रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए हर सम्भव मदद की जायेगी. उन्होंने आर्सेनिक समस्या के बारे में चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिया.
बी एच यू के प्रोफेसर प्रियंकर उपाध्याय ने अपनी जन्मभूमि बलिया को याद करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में सहयोग करूंगा.

इस संगोष्ठी को प्रोफेसर प्रतिभा पाण्डेय पूर्व डीन शिक्षा संकाय सागर विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश, प्रोफेसर संजय राय एम्स नई दिल्ली, आनंद वर्धन शुक्ला मेवाड़ विश्वविद्यालय राजस्थान, प्रोफेसर रुद्र प्रताप सिंह मोहाली विश्विद्यालय पंजाब, प्रोफेसर जे पी एन पांडेय सागर, मध्य प्रदेश, प्रोफेसर आनन्द चौधरी, बी एच यू वाराणसी, इंजीनियर आर के सिंह गहलोत पूर्व सी ई ओ एन टी पी सी, प्रोफेसर अमित कुमार मिश्रा दिल्ली, डॉक्टर संजय मिश्रा यू एस ए, डॉक्टर रामेश्वर चौबे वैज्ञानिक कनाडा, अमेरिका के मशहूर मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर जगदीश शुक्ला सहित अन्य लोगों ने ऑनलाइन जुड़कर महत्वपूर्ण सम्बोधन किया.
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पाण्डेय ने कहा कि इस मिट्टी से जुड़ने आई हूं. इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए मैं बहुत प्रयास कर रही हूं. इस विश्वविद्यालय में कई नए कोर्स संचालित हो रहे है. इस पाठ्यक्रम से जुड़कर छात्र-छात्राएं अपना जीवन सफल बना सकती हैं. इस विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में जनपद से जुड़े महान विभूतियों को एकजुट कर उनके महत्वपूर्ण सुझाव और सहयोग से जरूर आगे बढ़ेगा. संचालन डॉक्टर जैनेन्द्र पांडेय, और डॉक्टर प्रमोद शंकर पाण्डेय ने किया.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)