
महराजगंज। जिले के फरेंदा विधानसभा क्षेत्र मे एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. चुनाव बाद सरकार बनने पर किसानो के कर्ज माफी के पीएम के वादे पर सवाल खड़ा करते हुए राहुल ने कहा कि किसानों का कर्ज चाहे जिस बैंक का हो सारे बैंक आरबीआई के अधीन है और आरबीआई केंद्र सरकार के अधीन. किसानो का कर्ज माफ करने के लिए वोट की सौदेबाजी ठीक नहीं है. 2004 मे यूपीए की सरकार बनने पर कांग्रेस ने 72 हजार करोड़ रुपये किसानों का माफ किया था.
राहुल गांधी ने कहा मोदी जी की नियत साफ नहीं है. वह उद्योगपतियों के पीएम हैं और उन्हीं के लिए काम करते हैं.
कहा उन्होंने विजय माल्या का कर्ज माफ किया. 12 हजार करोड़ जनता को देते तो विकास होता. कहा, महराजगंज जिला केले की खेती में नंबर वन है, लेकिन केला किसान बदहाल हैं. गठबंधन की सरकार बनी तो केले से बनने वाले अन्य खाद्य पदार्थ की फैक्ट्री लगाकर उन किसानों के जीवन स्तर की सुधारा जाएगा. कहा, सरकार बनने पर बिजली का बिल हाफ और किसानो का पूरा कर्ज माफ होगा. किसानों की बेहतरी के लिए बेहतर उपाय किए जाएंगे.
मोदी को कटघरे मे खड़ा करते हुए कहा कि स्विटजर बैंक से कालाधन लाकर गरीबों के खाते मे 15-15 लाख डालने का वादा किया था. स्विटजरलैंड से कितना पैसा लाए इसका जवाब उनके पास नहीं है, उल्टे नोटबंदी कर सारे देश मे तबाही खड़ा कर दिया. कहा, अजीब बात है गंगा मइया का बेटा बनते हैं, लेकिन गंगा मां अपने बेटे को ढूंढ रही हैं. राहुल ने मोदी हर बात पर सवा सौ करोड़ जनता का सेवक होने का दावा तो करते हैं, लेकिन हैं सिर्फ 50 औद्योगिक घरानों के पीएम.