एकाउंट में पैसे हैं, मगर नगदी के अभाव में थमी सांस

बैरिया (बलिया)। बैरिया ब्लाक अन्तर्गत मानगढ़ गांव में मंगलवार के भोर में संजय गोड (35) पुत्र कैलाश गोड की मौत हो गई. इलाके में नोटबन्दी के चलते व बैंक के अघोषित लागू किए जाने वाले नियमों के चलते होने वाली यह पहली मौत है. बैक खाते में पैसा पड़ा रहा. इलाज के लिए निकलवाने का प्रयास करने पर बैक अपना नियम दो दो हजार करके निकासी का फरमान सुनाता रहा.

संजय की किडनी में पथरी की शिकायत थी. उसका इलाज वाराणसी के एक अस्पताल में चल रहा था. चिकित्सकों ने आपरेशन के लिए तत्काल 20 हजार रुपये लाने की बात कही. संजय को उसके परिजन गांव ले आए. पैसे का बन्दोबस्त करने लिए उसकी मां विद्यावती देवी पूर्वांचल ग्रामीण बैक शाखा मधुबनी से अपने बचत खाते से धन निकालने के लिए चप्पल घिसती रही. शाखा प्रबन्धक दो हजार रुपये से अधिक निकालने मे असमर्थता जताते रहे. बैंक में धन पड़ा का पड़ा रह गया. संजय के पीछे पत्नी व उसके बच्चे अनाथ हो गए.

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