गाजीपुर। सामाजिक संस्था समग्र विकास इंडिया के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को आरटीआई मैदान गाजीपुर के सामने बजबजाते नाले में खड़े होकर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की सदुबुद्धि की कामना करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किया.
इस नाले से 200 मीटर की दूरी पर ही वह सभास्थल है, जहां प्रधानमंत्री ने 14 नवंबर को एक बड़ी रैली को संबोधित किए थे. अब इसी मैदान में 23 को मुलायम सिंह यादव की भी रैली होनी है. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रज भूषण दूबे के साथ जल-मल युक्त जहरीले पानी में खडे होकर किये गये सत्याग्रह में मुहल्ले वालों ने जहां साथ दिया, वहीं आते-जाते लोगों ने भी प्रदेश व केंद्र की सरकार के साथ गाजीपुर के जिला प्रशासन तथा नगर पालिका को जमकर कोसा.
गाजीपुर के आरटीआई मैदान के सामने इस बजबजाते नाले को देखकर चिराग तले अंधेरा की कहावत यथार्थ में चरितार्थ हो रही है. खुले रूप में नाला खजुरिया स्थित जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास से पीजी कॉलेज के सामने पोखरे तक जाता है, जो खुले रूप में गन्दगी व मच्छरों के प्रजनन का केंद्र बना हुआ है. नाले से ठीक दो सौ मीटर की दूरी पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता अभियान का संदेश दिया और उनकी पार्टी के कद्दावर नेताओं सहित नगर पालिका के चेयरमैन तक ने बडी-बडी होर्डिंग्स लगा रखा था.
अब उसी मैदान से सपा के मुखिया मुलायम सिंह प्रदेश में हुए विकास का ढिंढोरा पीटेंगे. जिले की सामाजिक संस्था समग्र विकास इंडिया ने केंद्र के परिवर्तन व प्रदेश के विकास यात्रा पर सवालिया निशान लगाते हुये बडा सवाल खड़ा किया है. सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब पीएम की सभा के दिन भी यह नाला बजबजाते स्वरूप में था, जिसे ढंका नहीं गया तो फिर पूरे देश में स्वच्छा भारत अभियान को कैसे मूर्त रूप दिया जा सकेगा. ब्रज भूषण दूबे का कहना था कि हमने नाले को चित्र सहित मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, जिलाधिकारी आदि को यह कहते हुए भेजा है, कि रैलियों में अक्सर भगदड मचती है, यदि ऐसा यहां होता है तो नाला निरीह जनता के मौत का कारण बनेगा.
वैसे भी आम जन को स्वस्थ वातावरण में रहने का अधिकार है, जिसका हनन ऐसी जगह हो रहा है, जहां प्रधानमंत्री व प्रदेश की शीर्ष सत्ता आ रही हो. मो0 मयुददीन ने कहा कि यदि जिला प्रशासन व नगर पालिका परिषद द्वारा नाले का निर्माण नहीं किया जाता है तो हम 23 को बजबजाते पानी में खडे होकर मुलायम सिंह का भाषण सुनेंगे. परिवर्तंन केवल मजाक है और विकास का नारा थोथा है जैसे नारे भी मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने लगाए. रूद्रेश कुमार निगम ने कहा की डेंगू जैसी बीमारी पर माननीय उच्च न्यायालय एवं सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेकर देश व प्रदेश की सरकारों को फटकार लगाया है. गाजीपुर में खुली नालियां इस समय मच्छर प्रजनन केंद्र का रूप धारण कर चुकी हैं. उक्त अवसर पर वंशराज मौर्या, अनूप मिश्रा, गुल्लू सिंह यादव, कमला सिंह यादव, अमिनेष जान, कैलाश बिंद, दीपक, सूर्यनाथ यादव, आशा देवी, कबूतरी देवी, रतरानी, अनिल कुमार , कन्हैया, मखन्चू आदि लोगों ने नाले में खडा होकर सत्याग्रह किया. संस्था के प्रदेश उपाध्यक्ष कुंभनाथ जायसवाल ने सभी का आभार जताया.