बलिया। श्री भृगु जी मंदिर परिसर स्थित रामलीला मंच से रविवार को पर्यावरण सुरक्षा अभियान के अंतर्गत तुलसी पूजन दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को लखनऊ से पधारे रामाभाई ने कहा कि ईशान कोण में तुलसी लगाने व पूजा के स्थान पर गंगाजल रखने से बरकत होती है. संक्षिप्त सत्संग के बाद मंदिर परिसर से पर्यावरण संरक्षण संकीर्तन यात्रा निकली. जो नगर भ्रमण के बाद मंदिर परिसर में ही सम्पन्न हुई.
संकीर्तन यात्रा में सैकड़ों पुरूष एवं महिलायें हाथों में नारा लिखी तख्तियां लेकर चल रही थी. सभी सिर पर टोपी लगा रखे थे. जिस पर लिखा था कि बापू निर्दोष है. मंदिर परिसर में संत आसाराम बापू के आरती के साथ संकीर्तन यात्रा प्रारम्भ हुई जो राष्ट्रीय राजमार्ग पर नागाजी मठ, सतीश चंद्र महाविद्यालय, माल गोदाम, स्टेशन रोड़ होते हुए शहीद पार्क, चौक, सिनेमा रोड, हनुमानगढ़ी से बालेश्वर मंदिर रोड़ नया चौक जापलिनगंज होते हुए महर्षि भृगु मंदिर में सम्पन्न हुई. संकीर्तन यात्रा में बलिया जनपद के अलावे श्री योग वेदांत सेवा समिति मऊ, गाजीपुर व बक्सर के साधक शामिल हुए.
सत्संग के माहात्म्य पर प्रकाश डालते हुए रामाभाई ने कहा कि बिनु सत्संग विवेक न होई अर्थात आपके अंदर विवेक नहीं है तो आप अपने बुद्धि व धन का उचित इस्तेमाल नहीं कर सकते. उन्होंने विश्व तुलसी दिवस पर 25 दिसम्बर को अपने-अपने घरों में तुलसी का पौध स्थापित कर उसके पत्तों को नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर बल दिया. श्री योग वेदांत सेवा समिति के अध्यक्ष शशिभूषण दुबे ने सुदूर क्षेत्रों से आए साधक-साधिकाओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.