
बलिया। जनपद में शासन के निर्देशानुसार इस माह में 21 से 28 सितम्बर तक मातृत्व सप्ताह मनाया जाएगा. इस दौरान गांव स्तर पर गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करने का अभियान चलेगा. साथ ही गर्भवती महिलाओं की पूरी जांच होगी. जांच के बाद खून की कमी एवं अन्य बीमारियां या कोई जटिलता पायी जायेगी तो उस गर्भवती महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सन्दर्भित किया जायेगा.
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यह जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीके सिंह ने दी है. उन्होंने बताया की गर्भवती महिला की समय रहते सही जांच हो जाय और उसमें कुपोषण व खतरे का लक्षण का पता चल जाय तो बच्चे और मां दोनों को स्वस्थ्य और सुपोषित रखा जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पोषण मिशन, आईसीडीएस, खादय एवं रसद विभाग, पंचायती राज विभाग एवं बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा समेकित रूप से कार्य किया जा रहा है.
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उन्होंने मातृत्व सप्ताह के उददेश्य के बारे में बताया कि गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण बढाना, सभी गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण की जांच करना और उन्हे आवश्यक स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराना. जटिलता से ग्रसित महिलाओं की पहचान करना तथा प्राथमिकता के आधार पर उन्हे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना एवं सन्दर्भित करना, जिससे उनका सतत फालोअप एवं सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया जा सके. सभी गर्भवती महिलाओं से सम्पर्क स्थापित कर संस्थागत प्रसव में वृद्धि लाना. सभी ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवसों में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवक्ता सुनिश्चित करना.
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