बांसडीह (बलिया)। कोतवाली क्षेत्र के मैरिटार गांव में शनिवार को करेंट की चपेट में आऩे से एक ही परिवार के छह लोग झुलस गए. घायलों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से बिजली विभाग को बार बार सूचित किया गया, मगर किसी ने सुध तक लेने की आवश्यक्ता महसूस नहीं की.
मैरिटार गांव में राजीव गांधी विद्युतिकरण योजना के अंतर्गत कनेक्शन खींचे गए हैं. वहां के ट्रांसफॉर्मर से धुआं या चिंगारी निकलना आम बात है. शनिवार को वोल्टेज कम था. इसी बीच तड़के लगभग चार बजे दक्षिण टोला निवासी अखिलेश राम (35) पुत्र कामता राम ने स्विच आफ किया तो करेंट की जद में आ गए. उन्हें बचाने के चक्कर में उनकी पत्नी शांति देवी (30) और इसके बाद मां-बाप को छुड़ाने के कवायद में बेटा आलोक (12) उनके साथ चिपक गया. अब इन तीनों को बचाने की कोशिश में पड़ोसी भृगुनाथ राम की बेटी अर्चना (19) और वीरेंद्र राम की पुत्री रीमा भी चपेट में आ गईं. खैर किसी तरह यह सभी पीड़ित मुक्त हुए.
पड़ोस में चीख पुकार सुन भाजपा नेत्री केतकी सिंह मौके पर पहुंच गई. उन्होंने तत्काल झुलसे लोगों को जिला अस्पताल पहुंचवाया. उन्होंने तत्काल बिजली विभाग के एसडीओ से इस बाबत बात करना चाहा, मगर उनका फोन ही नहीं उठा. इसके बाद उन्होंने अपर जिलाधिकारी से बात की. उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया. उधर, ग्रामीणों का कहना है कि यहां लोग जान की बाजी लगा बिजली उपभोग कर रहे हैं. शिकायत करने के बावजूद महकमा कोई कारगर कार्रवाई नहीं कर रहा है. अपनी तरह की चौथी घटना है. अब भी अगह महकमा नहीं चेतता तो ग्रामीणों के पास सड़क पर उतरने के सिवाय कोई चारा नहीं है.