गड़वार,बलिया. ज्ञान के बिना मुक्ति नहीं हो सकती चाहे आप कितना उपाय कर लो. उसी प्रकार भक्ति के बिना ज्ञान का उदय नहीं हो सकता. चाहे आप कोई जतन कर लो. विश्वकल्याण धारा भक्ति और ज्ञान का सम्मिश्रण है. इसका अध्ययन आपको निश्चित रूप से आध्यात्मिकता की तरफ जोड़ेगा जो भक्ति के मार्ग पर चलने को प्रशस्त करेगा, तब आप ज्ञानी बन मुक्ति के मार्ग पर अग्रसर होंगे.
उक्त बातें स्वामी परमेश्वरानंद सरस्वती (उड़िया बाबा) ने जंगली बाबा धाम पर 28 अक्टूबर से आयोजित महारुद्र यज्ञ के अवसर पर प्रकाशित विश्वकल्याण धारा पत्रिका का विमोचन श्री जंगली बाबा मंदिर परिसर स्थित संत बसेरा में करते हुये व्यक्त किया. कहा कि स्मारिका का प्रकाशन वर्षों से प्रति वर्ष नियमित होता रहा है जो लोगों को यज्ञ से जुड़ाव का माध्यम भी है. उन्होंने स्मारिका से जुड़े लोगों को साधुवाद देते हुए कहा कि विश्वकल्याण धारा का प्रकाशन नियमित होता रहे यही महारुद्र यज्ञ की सार्थकता है.
इस अवसर पर राहुल उपाध्याय, कैलाशी बेचू राम, डॉ. विनय कुमार सिंह, सौरभ कुमार, अशोक गुप्ता, विंध्याचल सिंह, लल्लन गुप्ता, अजय सिंह, राजाराम गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे.
(गड़वार संवाददाता ओम प्रकाश पाण्डेय की रिपोर्ट)