भसिकंदरपुर/रेवती (बलिया)। सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के गोसाईपुर गांव में सोमवार की शाम को राख की चिंगारी से आग लग गई. उधर, रेवती क्षेत्र के भैंसहां ग्राम सभा की नई बस्ती में बीते रविवार की शाम लगी आग आधा दर्जन परिवारों को बेघर कर दिया. इसे भी पढ़ें – बिजली के तारों से निकली चिंगारी ने घोड़हरा में तैयार फसल को राख कर दिया
सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के गोसाईपुर गांव में अग्निकांड में तीन रिहायशी झोपड़ियों सहित उन में पड़े हजारों रुपए मालियत के घरेलु सामान जल कर नष्ट हो गए. साथ ही आग की चपेट में आकर एक गाय झुलस गई. गांव के ओंकार नाथ वर्मा मवेशियों को खिला रहे थे, उसी दौरान झोपड़ी के बाहर फेंके गए राख से एक चिंगारी उड़ कर उन उनकी झोपड़ी पर चली गई. जिससे उसमें आग पकड़ लिया. आग देख परिवार वाले शोर मचाने लगे, उनके शोर पर जब तक लोग मौके पर पहुंचते. तब तक आग दो अन्य झोपड़ियों तक फैल गई. इस दौरान मौके पर जुटे लोगों ने अथक प्रयास कर आग पर किसी प्रकार काबू पा लिया, तब तक तीनों झोपड़ियों सहित उसमें पड़ा अनाज, कपड़े, बिस्तर, चारपाई व भूसा आदि जल कर राख गया. इसे भी पढ़ें – मुनिछपरा, अचलगढ़ और घोड़हरा में भी अग्नि का तांडव, किसान तबाह
रेवती क्षेत्र के भैंसहां ग्राम सभा की नई बस्ती में बीते रविवार की शाम को अज्ञात कारण से लगी आग में आधा दर्जन परिवारों की 11 रिहायशी झोपड़ियों के साथ गृहस्थी के सारे सामान जल कर बर्बाद हो गए. शिवपुर सेमरा के घाघरा कटान विस्थापित अति निर्धन पांच पासवान परिवारों के साथ दतहां का एक यादव परिवार आग में सब कुछ खो कर कुल मिला कर फांकाकसी के कगार पर आ गए हैं.
रविवार की शाम उक्त नई बस्ती निवासी दतहां के कटान विस्थापित गणेश चौधरी की रिहायशी झोपड़ी से अचानक आग की लपटें निकलने लगीं. बस्ती का पुरुष वर्ग अभी खेतों के काम में लगा हुआ था. आग की सूचना पर लोग दौड़ते तब तक लपटों ने गणेश की दूसरी रिहायशी मड़ई को अपने लपेटे में ले लिया. पास के परिवार अभी सतर्क होते कि आग फ़ैल कर ब्रिज पासवान की 2 झोपड़ियां, पंचा पासवान की दो, उमेश पासवान की दो, सनोज पासवान की दो तथा वृजेश पासवान की एक झोपड़ी को जला कर राख कर दिया. डेढ़ घंटे के अथक प्रयास के बाद आग को नियंत्रित किया जा सका. अग्नि के तांडव ने वृज पासवान की बेटी चिन्ता के अरमानों पर भी कुठारघात किया. जिसकी शादी 6 तारीख को होनी है. अब बिटिया की विदाई कैसे होगी. वृज को यह बात साल रही है. क्योंकि शादी हेतु तैयार समानों को अग्निदेव ने अपना ग्रास बना लिया.