बैरिया (बलिया) से वीरेंद्र नाथ मिश्र
बैरिया ब्लॉक के दुर्जनपुर ग्राम पंचायत के हनुमानगंज गांव के बंधे के पार घाघरा नदी के छाड़न में पिछले तीन-चार दिनों से अपने कुनबे के साथ मगरमच्छ देखा जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि लगभग एक लाठी लंबा यानी 5 से 7 फीट लंबे मगरमच्छ के साथ दो-तीन बच्चे भी हैं. जो दिन में तीन चार बार पानी से बाहर निकल कर किनारे पर रेंगते देखे जा रहे हैं. दूर से देखने वालों की भीड़ लगने पर वह पानी में उतर जाते हैं.
ग्रामीणों में मगरमच्छ को लेकर भय का माहौल है. वजह बंधे के नीचे घाघरा का पानी भरा हुआ है. जिसके पार दियारा क्षेत्र है. जहां किसान धान की खेती किए है, तथा पशुओं को लेकर दियारे में चराने जाते हैं. पशुओं को चराने के लिए दीयारा ही जगह भी है. ग्रामीण जब पार खेतों में अथवा पशुओं को चराने जा रहे हैं, तब समूह में और शोर मचाते हुए जा रहे हैं. उन्हें डर है कि मगरमच्छ कोई नुकसान न पहुंचा दें.
फॉरेस्ट रेंजर पहुंचे मौके पर, मगर मगरमच्छ नहीं दिखा, उनके ही मातहत ने मगरमच्छ का फोटो शूट कर रखा है
ग्रामीणों ने मगरमच्छ की मौजूदगी की सूचना बैरिया फॉरेस्ट रेंजर को दी तो वह आज अपरान्ह आए उस समय भीड़ की वजह से मगरमच्छ पानी में उतर गया था. रेंजर केके तिवारी ने काफी देर इंतजार के बाद मगरमच्छ नहीं दिखा, जबकि उनके ही एक कर्मचारी ने एक दिन पहले मगरमच्छ का फोटो भी लिया था. फॉरेस्ट रेंजर ने ग्रामीणों को बताया कि घाघरा का पानी बढ़ रहा है, ऐसे में मगरमच्छ खुद ही मुख्य नदी में चला जाएगा. अगर पानी घटता है, तो हम जाल वगैरह की व्यवस्था करके उसे निकलवाएंगे. ग्रामीणों ने खतरा बराबर बने रहने की आशंका व्यक्त करते हुए इस बाबत उप जिलाधिकारी बैरिया सुरेश पाल को मोबाइल से सूचना दी. उप जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि हम अभी डीएफओ से बात करके जल्द कोई व्यवस्था करा रहे हैं.