सिकंदरपुर(बलिया)। सरकारी मुलाजिम कैसे आम आदमी को परेशान करते हैं, यह देखना है तो उपडाकघर चले आइए. यहां महीनों से लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए भटक रहे हैं. आधार कार्ड न बन पाने के चलते किसी की नौकरी पर बन आई है, तो कोई कॉम्पिटिशन का फॉर्म नहीं भर पा रहा है. आधार कार्ड बनवाने के लिए सुबह से ही यहां लोगों की लम्बी लाइन लगती है. लेकिन कार्य के प्रति उदासीन जिम्मेदार अपनी मर्जी से ही आधार कार्ड कार्यालय खोलते हैं. महिने का 10 तारीख होने के कारण स्थानीय उपडाकघर में आधार कॉर्ड बनवाने के लिए जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है. मौके पर एक काउंटर होने के कारण लोगों को घंटों तक अपना नंबर आने का इंतजार करना पड़ रहा है. शासन की ओर से सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक नये कार्ड बनाना और कार्ड में करेक्शन करने का समय निर्धारित किया गया है. इसके बावजूद प्रधान डाकघर में आधार कार्ड काउंटर मनमानी से खोला और बंद किया जा रहा है. आधार कार्ड को शासन की ओर से सर्वमान्य कर दिया गया है. बैंक में खाता खुलवाने, कॉम्पिटिशन फॉर्म भरने परीक्षा में शामिल होने के लिए भी आधार कार्ड होना जरूरी है. स्कूलों में एडमिशन के लिए भी आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं. इसके चलते स्टूडेंट्स को भी आधार बनवाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है. बातचीत के दौरान एक उपभोक्ता ने कहा कि मै एक महीने से लगातार यहां आ रहा हूं, पहले बोले पार्षद से लिखवाकर लाओ अब जब लिखवा लिया तो हर दिन 10 नाम लिखकर बाकी सब को भगा देते हैं. लोगों का कहना है कि प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. यदि नगर के मोहल्लों में शिविर लगाकर कार्ड बनाए जाए तो लोगोें को कुछ राहत मिल सकती है.