सिकन्दरपुर,बलिया. क्षेत्रीय लेखपालों नें थानाध्यक्ष सिकंदरपुर के व्यवहार को लेकर भारी नाराजगी जताई है. उन्होंने उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की ओर से उप जिलाधिकारी को पत्रक सौपकर थानाध्यक्ष का तत्काल ट्रांसफर करने की मांग की हैं. लेखपाल संघ ने पत्रक में कहा गया है कि जब तक थानाध्यक्ष का स्थानांतरण तहसील क्षेत्र से बाहर नहीं हो जाता वह किसी भी थाना समाधान दिवस में हिस्सा नहीं लेंगे.
लेखपालों के पत्रक में थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया गया है कि 27 फरवरी दिन शनिवार को थाना सिकन्दरपुर पर समाधान दिवस आयोजित था जिसमें तहसील सिकन्दरपुर के लेखपाल समाधान दिवस पर उपस्थित होकर शासन द्वारा निर्धारित दायित्वों का निर्वहन कर रहे थे. इसी बीच थानाध्यक्ष सिकन्दरपुर विपिन कुमार सिंह ने लेखपालों से यह कहा कि आप लोग तुरंत थाने से बाहर चले जाइए, यह पंचायत करने का स्थान नहीं है और सभी लेखपालों को थाने से भगा दिया गया.
थानाध्यक्ष के इस तरह के बर्ताव पर नाराज होकर सभी लेखपाल थाने से बाहर हो गए. इसके बाद लेखपाल संघ ने यह निर्णय लिया कि जब तक थानाध्यक्ष सिकन्दरपुर का स्थानांतरण तहसील सिकंदरपुर से बाहर नहीं हो जाता है तब तक तहसील सिकंदरपुर के सभी लेखपाल किसी भी समाधान दिवस में हिस्सा नहीं लेंगे.
इस बारे में थानाध्यक्ष सिकन्दरपुर विपिन कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि थाना दिवस के दौरान कुछ फरियादी आपस में ही काफी हो-हल्ला मचा रहे थे, जिससे शांति व्यवस्था में विघ्न पड़ रहा था. थानाध्यक्ष ने बताया कि शोरगुल से तंग आकर उन्होंने फरियादियों से कहा कि शोर नहीं मचाओ, यह पंचायत घर नहीं है. इसी बात को अन्यथा लेकर लेखपाल बाहर चले गए.
थानाध्यक्ष विपिन कुमार सिंह ने पत्रक में लगाए गए इस आरोप को भी निराधार बताया जिसमें थानाध्यक्ष द्वारा लेखपालों को थाने से भगा देने की बात कही गई है. लेखपाल संघ की तरफ से ज्ञापन देने वाले वालों में मुख्य रूप से विजेन्द्र राय, विजय कुमार सिंह, ईश्वर चंद पाठक, लक्ष्मीकांत यादव, पवन कुमार पाण्डेय, शशांक मिश्र व सौरव यादव आदि लेखपाल उपस्थित रहे.
(सिकंदरपुर से संतोष शर्मा की रिपोर्ट)