


बैरिया,बलिया. स्थानीय तहसील के अधिवक्ताओं ने शनिवार को न्यायिक कार्य से से खुद को अलग रखा. वकीलों ने महोबा में पुलिस के संरक्षण प्राप्त माफियाओं के उत्पीड़न से अधिवक्ता ओमकार तोमर की आत्महत्या के मामले और प्रयागराज में बसंत पंचमी के दिन पुलिस द्वारा अधिवक्ता शशांक मिश्र की पिटाई, उनके गाड़ी को सीज करने की घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिवक्ताओं का उत्पीड़न बंद होना चाहिए.
बैरिया तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव, महामंत्री अभय भारती व अन्य अधिवक्ताओं ने उप जिलाधिकारी बैरिया प्रशांत नायक को मुख्यमंत्री के नाम पत्रक सौंप कर अपनी मांगें रखीं. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में शामिल आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़ित परिवारों के परिजनों को 1-1 करोड़ रूपया मुआवजा, सरकारी नौकरी तथा प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट पारित कर लागू किया जाए.
सिकंदरपुर, बलिया. शनिवार को तहसील में अधिवक्ता संघ ने उप जिलाधिकारी अभय सिंह को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि मृतक अधिवक्ता के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता धनराशि व सरकारी नौकरी प्रदान की जाए एवं एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट यथाशीघ्र लागू की जाए. उन्होंने कहा कि मांगों पर सरकार समय से उचित कार्रवाही तथा एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती है तो प्रदेश के सभी अधिवक्ता आंदोलन को बाध्य होंगे. इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से उदय नारायण यादव, विजय शर्मा, अशोक कुमार श्रीवास्तव, विजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, प्रेम नारायण सिंह, नंदलाल वर्मा, जितेश कुमार वर्मा, कमलेश यादव, विद्यासागर, सुरजदेव राम आदि शामिल रहे.

(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र के साथ सिकंदरपुर से संतोष शर्मा की रिपोर्ट)