बैरिया (बलिया)। 363 बैरिया विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय महिला प्रत्याशी आशनि सिंह अपनी सास बैरिया ब्लाक की पूर्व प्रमुख व धनबाद की पूर्व मेयर इंदू सिंह के साथ गुरुवार को रोड शो करके अपने जनबल का एहसास कराई. आशनि सिंह बलिया के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामाधीर सिंह की पुत्र वधू और बिहार महाराजगंज से 5 बार विधायक व दो बार सांसद रहे तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर जी के करीबी स्वर्गीय उमाशंकर सिंह के पौत्री है.
गुरुवार की सुबह गांव में अपनी सास और पारिवारिक सदस्यों के साथ विधिवत पूजन अर्चन कर आशनि गांव के बुजुर्गों से आशीर्वाद लेकर गोन्हिया छपरा से ही रोड शो के लिए अपना कारवां लेकर निकल पड़ी. उनके साथ सैकड़ों मोटरसाइकिलों व गाड़ियों का लंबा काफिला जुड़ता चला गया, जो मधुबनी हॉस्पिटल मोड कोटवा, रानीगंज बाजार, बीबी टोला होते हुए बैरिया तिराहे तक पहुंचा. तिराहे पर पहुंचकर द्वाबा के जननायक व मालवीय कहे जाने वाले पूर्व विधायक स्वर्गीय ठाकुर मैनेजर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उमड़े जनसैलाब को संबोधित की.
पहले संबोधित करते हुए पूर्व प्रमुख/मेयर इंदू सिंह ने कहा कि आप विधानसभा वासियों की सेवा के लिए मैं अपनी बहू आशनि को सौंप दी हूं. यह बैरिया के विकास और आप सब के मान सम्मान पर आच नहीं आने देगी. यह हर जगह आपकी सेवा में खड़ी रहेगी. इसे जिताकर आप इसका मान बढ़ाएं. मैं आपसे यही निवेदन कर रही हूं. वहीं उमड़े जनसैलाब को संबोधित करते हुए आशनि सिंह ने कहा कि मैं क्षत्राणि हूं, एक क्षत्रिय के धर्म और कर्तव्य को मैं जानती हूं. यह हमें बचपन से सिखाया गया है. क्षत्रिय का धर्म होता है ब्राह्मण, महिला और समाज की रक्षा करना. मैं कहीं पीछे नहीं हटूंगी. किसी के सम्मान पर आंच नहीं आने दूंगी. गरीबों मजलूमों पर अत्याचार नहीं होने दूंगी.
आशनि बोलीं, आपके हर संघर्ष में कदम से कदम मिलाकर चलूंगी. यह मेरा वादा है कि आप सब मुझे हमेशा अपने साथ खड़ा पाएंगे. हमारा परिवार हमेशा गरीबों के हर सुख दुख में साथ रहा है और रहेगा. बैरिया विधानसभा क्षेत्र के विकास को नई गति दी जाएगी. आप हमें अवसर दें. क्षेत्र की हर समस्या का समाधान समय रहते किया जाएगा. आजादी के बाद बैरिया विधानसभा क्षेत्र विकास से वंचित रहा है. यहां के लोगों के साथ धोखा हुआ है. सड़क, बिजली, पानी एवं स्वास्थ्य के साथ गरीब युवाओं की बेरोजगारी महिलाओं की समस्या बहुत है. लड़कियों व महिलाओं के सुरक्षा आत्मसम्मान, स्वावलंबन, शिक्षा एवं उत्थान के लिए हमेशा तत्पर रहूंगी. मैं वादा करती हूं. आप सभी 4 मार्च को हर काम रोक कर अपने बूथ पर पहुंचे और आरी छाप 11 नंबर पर बटन दबाकर अपनी बहू-बेटी आशनि को जिता कर हमें अवसर दे. आपको अपने निर्णय पर पछताना नहीं पड़ेगा. यह मेरा दावा है. समर्थन में आशनि सिंह के भाषण के दौरान खूब जयकारे लगे और तालियां गडगडायी.