करइल क्षेत्र के किसानों का कोई पुरसाहाल नहीं

गाजीपुर से विकास राय

मुहम्मदाबाद में 1974 में विधायक बनने के बाद रामजन्म राय ने मुहम्मदाबाद क्षेत्र में राजकीय नलकूपों का जाल बिछाया तो उस समय किसानों में खुशी की लहर दौड गयी थी. करइल में जब बरसात अधिक हो जाने से रबी की बोवाई में देर हो जाती थी तो खेत खाली रह जाते थे. राजकीय नलकूपों से किसान खुशहाल हो गये. इसे भी पढ़ें – करइल क्षेत्र को सड़कों व नलकूपों से पाटने वाले रामजन्म राय नहीं रहे

अब देख रेख व विभागीय उदासीनता के कारण राजकीय नलकूप बेकार हो गये है. करइल क्षेत्र के अधिकांश राजकीय नलकूप बंद पड हुए हैं. क्षेत्र के जोगा मुसाहिब, सवितापुर, खैराबारी, रेवसडा, खरडीहां, मुर्तजीपुर, लौवाडीह सहित अधिकांश गांव के राजकीय  नलकूप यांत्रिक व बिजली दोष के कारण खराब पडे हैं. ऐसे में किसानों के लिए नि:शुल्क सिंचाई के दावे खोखले साबित हो रहे है.  करइल मे सबसे अधिक धान की खेती खरडीहां में की जाती है और इसके सीवान में तीन राजकीय नलकूप लगाए गये हैं, पर आज के वर्तमान में एक भी नलकूप चालू अवस्था में नहीं है.

लौवाडीह के उत्तर दिशा में विशाल सिवान मगई नदी के पास है. बाढ आने से यहां प्रायः रबी की बुवाई काफी देर से होती है. ऐसे में गेंहू के अतिरिक्त कोइ विकल्प नहीं रहता है. इस क्षेत्र में भी सिंचाई का एक मात्र साधन राजकीय नलकूप था, जो कई वर्षों से खराब है. ऐसे में खेती काफी प्रभावित होती है. किसानों ने कहा की जनप्रतिनिधि केवल चुनाव में ही मिलते है. उनको जन समस्याओं से कोइ लेना देना नहीं है. इस बार आने वाले जनप्रतिनिधियों से इसको लेकर सवाल किया जायेगा.

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