बलिया। बिहार के मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफेलाईिटस सिंड्रोम (एईएस) अथवा चमकी बुखार भीषड़ गर्मी और उमस के बीच तेजी से फैल रहा है. ऐसे में बिहार से सटे पूर्वांचल के जिलों में भी इसके फैलने की आशंका बनी हुई है. इसलिए जिले के सभी राजकीय व मंडलीय चिकित्सलायों और स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है कि इस रोग को नियंत्रित करने व आम जन को इस बुखार के लक्षण और बचाव के बारे में जागरूक किया जाए. सीएमओ डॉ पीके मिश्र ने बताया कि यह बुखार 15 वर्ष तक के बच्चों को अधिक प्रभावित करता है. अगर कोई भी लक्षण नजर आए तो नजदीक के अस्पताल ले जाएं.
चमकी बुखार के लक्षण व बचाव
जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी अलर्ट में चमकी बुखार के लक्षण के बारे में बताया गया है कि अचानक तेज बुखार आना, हाथ पैर अकड़ जाना, बेहोश हो जाना, शरीर का चमकना या कांपना, शरीर पर चकत्ता निकलना, ग्लूकोज व पानी का शरीर का कम हो जाना, सुगर कम हो जाना है. चमकी बुखार से बचाव के लिए बच्चों को धूप से दूर रखें. शरीर में पानी की कमी न होने दें. अधिक से अधिक पानी पीएं और खाना हल्का और सादा खिलाएं. जंक फूड से दूर रखें. रात को खाने के बाद थोड़ा मीठा जरूर खिलाएं. घर से आसपास पानी जमा न होने दें. कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें और रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें. बच्चों को पूरे बदन का कपड़ा पहनाएं. ताजे फल व सब्जियों का ही सेवन करें.