रसड़ा (बलिया)। नगर वार्ड संख्या 18 में एक अवैध बंद बूचड़खाने को हिन्दू युवा वाहिनी संगठनों के हस्तक्षेप से महन्थ कौशलेन्द्र गिरी की मौजूदगी में एक बार फिर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की शाम सील किया. इसे योगी सरकार के निर्देश पर पुलिस ने 30 अप्रैल को ही सील कर दिया था. हफ्ता भर पहले इस अवैध बूचड़ खाने को वैध मानते हुए नपा अध्यक्ष ने पुनः खुलवाया था. इस पर हिन्दू युवा वाहिनी के नेता सत्या सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कोतवाली को तहरीर देकर तत्काल बंद करने की मांग किया.
बंद करवाने गए कोतवाली पुलिस के एक सिपाही को बैरंग लौटना पड़ा. सूचना पर महन्थ कौशलेन्द्र गिरी भी अपने समर्थकों संग बूचड़खाना पहुंच गए. सूचना पर पहुंचे कोतवाल अविनाश कुमार सिंह ने भारी पुलिस बल के साथ एक बार फिर अवैध बूचड़खाना को सील किया. शिकायत कर्ताओं ने आरोप लगाया कि यह अवैध बूचड़खाना विगत कई वर्षों से बाहरी रूप से बन्द था, लेकिन नगरपालिका और प्रसाशन के सहयोग से अन्दर ही अन्दर उसमें पशु काटे जाते थे. पूरे मोहल्ले वाले इसकी दुर्गन्ध से परेशान थे.
एक सप्ताह पहले ही नगरपालिका के चेयरमैन की शह पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा उस बूचड़खाने के सील को तोड़ कर फिर से पशुओं को काटने का काम शुरू कर दिया गया था. विरोध करने पर रसड़ा के चेयरमैन द्वारा दलील दी जाती थी कि यह बूचड़खाना सन 1947 से पहले का है, इसलिए यह बन्द नहीं हो सकता. शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया की इस अवैध बूचड़खाने को बस्ती से दूर ले जाना चाहिये. पुलिस प्रशासन एवम महन्थ की मौजूदगी में एक बार फिर बूचड़खाना को सील किया गया. शिकायत करने वालो में मंगल सिंह, गोविन्द गुप्ता, सुनील कुमार, विपुल राय, अविनाश सोनी सहित दर्जनो कार्यकर्ता मौजूद रहे.