उपेक्षा: सिंचाई के लिए बनी नहर में पानी की जगह झाड़ झंखाड़

आस पास के लोग गिराते नहर में नाबदान का पानी, विभाग मौन साधे हुए

सिकंदरपुर(बलिया)। सिकंदरपुर-बालूपुर मार्ग से होकर गुजरने वाली एकमात्र नहर इस समय अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है. नहर में पानी की जगह पर झाड़झंझाड़़ भरे पड़े हुए हैं. देखा जाए तो यह एकमात्र नहर है जिस के किनारों पर बहुत सारे खेत हैं. जिससे खेती के लिए किसान पानी ले सिंचाई का कार्य करते हैं. पिछले कुछ महीनों से यह नहर सूखी पड़ी हुई है. जिसमें अब केवल झाड़झंझाड़़ ही दिखाई दे रहे है. वैसे नहर के किनारे बसे हुए लोगों ने नहर में ही अपने घरों के नाली और नाबदान के पानी एक बहाना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि साहब यह नहर नहर थोड़े ही है, यह तो एक नाला के रूप में बदल चुका है. विभाग की उपेक्षा के चलते यह स्थिति सामने आई हुई है. यदि विभागीय कर्मचारी इस पर ध्यान देते तो निश्चित ही ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती.

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