बैरिया (बलिया)। स्थानीय कस्बे में विशाल मेगामार्ट के बगल में यादव कटरा में चल रहे इसाई धर्म प्रचार प्रार्थना व कथित धर्म परिवर्तन कराने वाली जगह पर रविवार को हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने घेराव कर दिया. वहां जबरजस्त नारेबाजी की और स्थानीय पुलिस को अवैध रूप से लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने वालों का घेराव किए जाने की सूचना दी तथा मौके पर पुलिस को बुलाया भी. मौके पर चौकी प्रभारी बैरिया विजय प्रताप सिंह अपने हमराहियों के साथ तत्काल पहुंचे. वहां पर शांति व सुरक्षा व्यवस्था कायम करते हुए वहां उपस्थित संचालिका सुनीता देवी, शिवजी यादव, विजय आदि को थाने पर ले आए.
हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने उसी समय पर घेराव किया था, जब भीतर प्रार्थना चल रही थी. जब पुलिस वहां से इसाई धर्म प्रचार केंद्र के लोगों को थाने ले आई तो पीछे पीछे हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता भी थाने पर पहुंच गए.
हिंदू युवा वाहिनी कार्यकर्ता मनीष गोस्वामी, मंगल सिंह, मणिभूषण, पंकज उपाध्याय, सोनू ओझा, अमित, बबलू आदि का आरोप था कि यह लोग गरीब व अशिक्षित लोगों को बहला-फुसलाकर व लालच देकर तीन साल से यहां के हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करा रहे हैं. यह लोग चुपके-चुपके सैकड़ों लोगों का धर्म परिवर्तित करा चुके हैं. इसी आशय को लेकर हिंदू युवा वाहिनी सदस्यों ने बैरिया थाने में तहरीर देकर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की.
उधर थाने में ही बैरिया में संस्था चलाने वाली संचालिका सुनीता देवी का कहना था कि मैं 20 वर्ष से इसाई धर्म स्वीकार की हूं. ईसा मसीह के बताएं रास्ते पर चलती हूं. मैं इस धर्म का प्रचार प्रसार कार्य यहां 3 साल से कर रही हूँ . सुनीता ने स्वीकार किया कि यहां सौ अधिक स्त्री पुरुष ईसाई धर्म स्वीकार किए हैं और ईसा मसीह के बताए रास्ते पर चल रहे हैं. उसने जोर देकर कहा कि हम जबरदस्ती किसी को धर्म स्वीकार नहीं कराते. जो लोग हमसे प्रभावित होते हैं, अपनी स्वेच्छा से हमारे धर्म को स्वीकार कर रहे हैं.
उधर सूचना पाकर बलिया चर्च के फादर पॉल तथा उनके साथ राहुल सेमसंग आदि कई लोग बैरिया थाने पर पहुंच गए हैं. बैरिया थाने पर एसएचओ अविनाश कुमार सिंह सिकंदरपुर में ड्यूटी पर थे. दूरभाष पर पूछे जाने पर एसएचओ और ने बताया कि हम थाने पर पहुंचकर मामले में उचित कार्रवाई करवा रहे हैं. अगर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया गया है तो मामला संगीन है. अगर अपनी इच्छा से कोई यह फैसला लिया है तो यह तो उसका अधिकार है. थाने पहुंचकर हम मामले को देख रहे हैं. कार्रवाई होगी.