इतिहासकारों ने मंगल पांडेय के साथ न्याय नहीं किया – प्रो. योगेंद्र सिंह

दुबहड़ (बलिया)। सच्ची और प्रेरणा देने वाली ऐतिहासिक घटनाएं किसी प्रमाण की मोहताज नहीं होती हैं. इतिहासकार भले ही मंगल पांडेय की क्रांति को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किए हो, परंतु उनकी बगावत देश के आजादी के लिए थी, जो समय आने पर अपना आकार ग्रहण कर ली. उक्त बातें जन नायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर योगेंद्र सिंह ने शहीद मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवा स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में आयोजित मंगल क्रांति दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं.

कहा कि बलिया ऐतिहासिक धरती है, इस धरती ने समय-समय पर नायकों को जन्म दिया है, जिससे देश की दशा एवं दिशा तय हुई है. यहां पर शस्त्र नायक, साहित्य नायक, लोक नायक एवं जन नायक सरीखे विभूतियों का जन्म हुआ है, जो भारत के इतिहास में अमिट हस्ताक्षर हैं. कुलपति ने मंगल पांडेय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके पैतृक गांव नगवा में अभी बहुत कुछ करना बाकी है, तभी जाकर स्वतंत्रता संग्राम के शहीद को देश वासियों की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि होगी. 

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने शहीद मंगल पांडेय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया. कार्यक्रम के दौरान महिला महाविद्यालय की बीए भाग 2 की छात्रा तृतीय और दीक्षा ने सरस्वती वंदना के साथ स्वागत गीत गाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया. कार्यक्रम में सतीशचंद कॉलेज के प्रचार्य डॉ. अशोक उपाध्याय ने कहा कि मंगल पांडेय देश के गौरव हैं, वहीं अमरनाथ मिश्र पीजी कॉलेज दुबेछपरा के प्रचार्य डॉ. गणेश कुमार पाठक ने मंगल पांडेय के नाम पर चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में शोध संस्थान खोलने की मांग कुलपति से की.

शहीद मंगल पांडेय राजकीय महिला महाविद्यालय के प्रचार्य डॉ. चंदन साहू ने महाविद्यालय को विकसित करने की मांग रखी. शहीद मंगल पांडेय इंटर कॉलेज नगरा के प्रबंधक डॉ. बृकेश पाठक ने जनपद के समस्त शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के समय बच्चों को मंगल पांडेय की वीरता के बारे में बताने की अपील की.

इस मौके पर नगर के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विमल पाठक ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया. मंच के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक द्वारा स्वागत भाषण कर मंचस्थ एवं आए हुए अतिथियों का अभिनंदन एवं स्वागत का कार्यक्रम संपन्न कराया गया. इस मौके पर वरिष्ठ रंगकर्मी विवेकानंद सिंह, परमात्मा पांडेय, गणेशजी सिंह, अरुण कुमार, पन्नालाल गुप्ता, हरेंद्र यादव, गोविंद पाठक, घोड़हरा के प्रधान नफीस अख्तर ओझवलिया के प्रधान विनोद दुबे, उदयपुरा के प्रधान शमीम अंसारी, प्रधान बलदेव गुप्ता, भुवनेश्वर पासवान, श्यामसुंदर, गिरीश, विनोद गुप्ता, पारस पाठक, ओमप्रकाश पांडेय, अख्तर अली, भोला, ज्ञानप्रकाश मिश्र, प्रमोद पांडेय, माधवेंद्र सिंह, सूर्यनारायण पाठक, वीरेंद्र निषाद नीतेश पाठक आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन रणजीत सिंह ने किया.

इस मौके पर दुबहड़ डेरा निवासी जम्मू कश्मीर में उड़ी के हमले में शहीद हुए लांस नायक राजेश यादव की पत्नी पार्वती देवी को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेंट कर मंगल पांडेय गौरव सम्मान दिया गया. साथ ही मंच के अध्यक्ष प्रशान्त पाठक एवं संरक्षक डॉ. बृकेश पाठक द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेंद्र सिंह एवं अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय को भी मंगल पांडेय गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया. दुबहड़ नगवा में आयोजित शहीद मंगल पांडेय क्रांति दिवस समारोह में जनपद के गीतकार एवं मंगल पांडेय विचार मंच के प्रवक्ता पवन विद्यार्थी ने अमर शहीद की जीवनी पर आधारित गीत गाकर लोगों को उनके इतिहास से अवगत कराया और खूब वाहवाही लूटी.

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