कलश यात्रा निकलने के साथ अद्वैत शिवशक्ति परमधामपीठ डुहा में गुरु-पर्वोत्सव शुरू
सिकन्दरपुर (बलिया). तहसील क्षेत्र सिकन्दरपुर अंतर्गत अद्वैत शिवशक्ति परमधामपीठ डूहा में आयोजित 5 दिवसीय गुरुपूजा एवं अद्वैत शिवशक्ति यज्ञ का शुभारंभ गुरुवार को सुबह जलकलश यात्रा निकालने के साथ हुआ.
घोड़े और गाजे-बाजे के साथ परमधाम से निकली यात्रा विभिन्न मार्गों पर भ्रमण के बाद श्री वनखण्डीनाथ मठ पहुंची.
भ्रमण के दौरान यात्रा में शामिल धर्मप्रेमी महिला व पुरुष अपने सिरों पर कलश लिए तरह तरह के धार्मिक नारे लगाते चल रहे थे. यात्रीगण मठ में कुछ देर विश्राम और अल्पाहार लिए. इस दौरान प्रधान कार्य वरुण देव का पूजन पं० रेवती रमण तिवारी के आचार्यत्व में विधिवत् सम्पन्न हुआ.
बाद में भक्तजन अपने साथ लाये कलश में मठ के समीप स्थित सरयू का जल भर वहां से प्रस्थान कर पुन: परमधाम वापस लौटे, जहां सभी ने प्रसाद ग्रहण किया. भ्रमण के दौरान शोभायात्रा की छटा देखते ही बनती थी.
सान्ध्य सत्र में संकीर्तन के बाद आश्रम अधिष्ठाता स्वामी ईश्वरदास ब्रहाचारी जी महाराज ने गुरुतत्त्व पर गम्भीर एवं व्यापक प्रकाश डाला. कहा कि ब्रह्मज्ञ सद्गुरु ही अपनी शक्ति प्रक्षिप्त कर शिष्य की प्रसुप्त चेतना जागृत करते हैं और उसे भी अपने ही समान आत्मज्ञ- बह्मज्ञ बनाकर अनन्त उपकार करते हैं. गुरु की महिमा का बखान शब्दों में नहीं किया जा सकता. स्वयं को यथार्थत: जान लेना ही जीवन की सार्थकता है और यह गुरुकृपा से ही सम्भव है.