संजय कुमार सिंह (कंसल्टिंग एडिटर)
किसी भी पात्र को सहजता से परदे पर जीवंत करने वाले ओम पुरी का असमय निधन आहत करने वाला है… बहुमुखी प्रतिभा के धनी बॉलीवुड अभिनेता ओम पुरी का शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे 66 वर्ष के थे. ओम पुरी उन चंद कलाकारों में से एक थे, जिन्होंने समानान्तर सिनेमा से लेकर कॉमर्शियल सिनेमा तक में कामयाबी हासिल की. उनकी मौत की खबर सुनकर उनके फैंस से लेकर पूरा बॉलीवुड शोक में डूब गया. ओम पुरी एक नेचुरल एक्टर थे. उनकी आक्रोश, अर्धसत्य और घायल जैसी फिल्में जेहन में हमेशा जिन्दा रहेगी. शानदार एक्टर के साथ वो एक संवेदनशील इंसान भी थे.
उनके बारे में कहा जाता रहा है कि वे जैसे अंदर है, वैसे ही बाहर भी. वे सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए भी जाने जाते रहे. तमाम मसलों पर वे बोले, खुल कर बोले और खूब बोले. एक बार उन्होंने कहा था कि शराब कभी किसी को तोलमोल कर बोलने नहीं देती. नशे की हालत में पब्लिक प्लेस से दूर रहना चाहिए.
ओम पुरी का जन्म अंबाला के एक पंजाबी परिवार में हुआ था. 1993 में ओम पुरी ने नंदिता पुरी के साथ शादी की थी. 2013 में उनका तलाक हो गया था. उनका इशान नाम का एक बेटा भी है. ओम पुरी ने न केवल बॉलीवुड में, बल्कि विदेशी फिल्मों में भी अपनी पहचान बनाई.
साधारण शक्ल सूरत का शख्स अपनी असाधारण प्रतिभा से खूबसूरती की नई परिभाषा गढ़ने में कामयाब रहा. ओम पुरी ने ब्रिटेन और अमेरिका की भी फिल्मों में काम किया. ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट पुणे में एक साथ पढ़ाई कर चुके हैं. श्रद्धा सुमन अर्पित करते वक्त उनकी अदाकारी के हर पहलू आंखों के सामने चलचित्र से तैर रहे हैं, खूबसूरत अभिनय से कला प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले ओम पुरी को सादर नमन. काश न गए होते ओम पुरी…. बहुत आला अभिनेता थे.