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गाजीपुर से विकास राय
पूर्वांचल के पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले गाजीपुर के एक छोटे से गांव के लाल ने अपनी मेहनत के दम पर सफलता की नई परिभाषा लिखी है. बरेसर थानान्तर्गत हाजीपुर गांव के निवासी डॉ. सुरेश कुमार दूबे को भारत सरकार की सर्वाधिक प्रतिष्ठित विज्ञान अकादमी भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान परिषद (इनसा), नई दिल्ली ने स्कॉटलैंड (यूके) की प्रतिष्ठित संस्था ‘यूनिवर्सिटी आफ ग्लासकोब’ में वर्ष 2017 का विजिटिंग प्रोफेसर चयनित किया है. डॉ. एस के दूबे इस संस्था के साथ जुड़कर ‘विभिन्न जल स्रोतों से निकलने वाली कार्बन डाई आक्साइड गैस को वातावरण में पहुंचाने में सूक्ष्मजीवियों की भूमिका’ विषय पर शोध एवं शैक्षणिक कार्य में भाग लेंगे.
डॉ. दूबे अब तक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के वनस्पति विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे. श्री दूबे के साथ इस कार्यक्रम से जुड़कर स्काटलैंड जाने वालों में भारत के दो अन्य वैज्ञानिकों का भी चयन हुआ है. आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर योगेश एम जोशी तथा पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के प्रोफेसर एसके तोमर भी उन विशेष लोगों में शामिल हैं, जो डॉ. दूबे के साथ मिलकर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे.
डॉ. दूबे की इस सफलता की सूचना क्षेत्र में आते ही उनके घर और परिजनों को शुभकामना देने वालों का तांता लग गया. अपने गांव हाजीपुर सहित पूरे गाजीपुर जनपद का नाम रोशन करने पर उनके शुभचिंतकों ने दूरभाष के माध्यम से भी अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की. दूबिहां मोड़ पर एक सभा आयोजित कर डॉ. दूबे के निकट संबंधी अखिलेश कुमार तिवारी ने इस सफलता के लिये उन्हें बधाई दी. उनके साथ इस सभा में अभिषेक राय, हिमांशु राय प्रधान, राजेश राय प्रधान प्रतिनिधि, विरेन्द्र सिंह, कृपाशंकर सिंह, जनार्दन राय, सुभाष कुशवाहा, दिनेश राय गुड्डू, राजेश कुशवाहा, नर्वदेश्वर राय पूर्व प्रधानाचार्य,, विश्राम यादव, भगवान सिंह यादव सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे.