गंगा प्रसाद सिंह के डेरा, जमुनी तर और शिवनरायन चौहान के डेरा पर खतरा मंडरा रहा

बाँसडीह (बलिया) से रविशंकर पांडेय

सरयू (घाघरा) नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. उफान पर चल रही नदी अब रिंग बंधा को तोड़ने को आतुर दिख रही है. हालांकि मौके पर पहुँचे अधिकारियों ने अपनी मौजूदगी में मरम्मत कार्य प्रारंभ करवा दिया.

बताते चलें कि नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. वहीं हजारों एकड़ खेत फसलों सहित सरयू (घाघरा) नदी में समाहित हो चुके हैं. उसके बाद गांवों की तरफ नदी ने रुख कर दिया. अब लोगों की माने तो सोमवार के शाम से ताहिरपुर रिंग बंधा पर खतरा मंडराने लगा है. यदि बंधा टूटा गया तो सैकड़ों गाँव सहित लाखों की आबादी भी पानी में डूब सकती है.

बृहस्पतिवार को रिंगबन्धा रिसाव व टूटने की खबर पाकर उपजिलाधिकारी दुष्यंत कुमार मौर्य, नायब तहसीलदार अंजू यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी दीपचंद, प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह तुरन्त मौके पर पहुँचे और बाढ़ विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर तुरन्त कार्य पर लगने का निर्देश दिया.

उधर ग्रामीणों ने स्वयं ही डाल पात व बोरी में मिट्टी डालकर बंधे में हो रहे रिसाव की जगह भरना शुरू कर दिया. सुल्तानपुर पुरानी सेंट्रल बैंक के पास एक जगह व ताहिरपुर में तीन जगह रिंगबन्धा टूटने के कगार पर है. गंगाप्रसाद सिंह के डेरा, जमुनी तर व शिवनरायन चौहान के डेरा पर खतरा मंडरा रहा है. पानी का रिसाव हो रहा है. कभी भी टूट सकता है. सरयू (घाघरा) डीएसपी हेड मीटर गेज पर बृहस्पतिवार को सुबह 65.250 घटाव मापा गया, जब कि खतरा 64.01 है.

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