
बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। बलिया में गंगा तटीय इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. केंद्रीय जल आयोग गायघाट के अनुसार बुधवार की शाम चार बजे गंगा का जलस्तर 56.80 मीटर दर्ज की गई. खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. वैसे गंगा के जलस्तर में वाराणसी में जारी बढ़ोतरी पर मंगलवार को जहां लगाम लगी है, वहीं दशाश्वमेध, मणिकर्णिका और हरिश्चन्द्र घाट समेत अधिसंख्य घाटों की सीढ़ियां और मंदिर अब भी पानी में हैं. संगम नगरी इलाहाबाद में भी गंगा के जलस्तर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.
घाघरा खतरे के निशान से नीचे, मगर सामान्य से ऊपर
तुर्तीपार में घाघरा का सामान्य जलस्तर 62.65 मीटर है. यह अपने सामान्य जलस्तर से 27 सेन्टीमीटर ऊपर बह रही है, जबकि खतरे के निशान से नीचे है. कानपुर, गाजीपुर बलिया में गंगा बढाव की ओर अग्रसर है. कानपुर में गंगा अपने सामान्य जलस्तर 109.00 से ऊपर 110.29 बिन्दु पर बह रही है, जबकि खतरे के निशान से नीचे बह रही है.
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गंगा तीर के लोगों की बेचैनी साफ दिख रही है
गाजीपुर में यह अपने सामान्य स्तर से 6.65 मीटर से ऊपर बह रही है. बलिया में गंगा 56.85 मीटर पर बह रही है, जबकि इसका सामान्य जलस्तर 51.78 है. वाराणसी, फाफामऊ और छतनाग में गंगा के जलस्तर में ठहराव बना हुआ है. वाराणसी में 110.29, इलाहाबाद के फाफामऊ में 80.77 मीटर पर, जबकि छतनाग में 78.77 बिन्दु के निशान पर बह रही है. गंगा के जलस्तर में पिछले दिनों बढ़ोतरी से तटवर्ती क्षेत्रों के लोगों में व्याकुलता देखी जा रही है. ऐहतियात के तौर पर बनारस में गंगा में हर प्रकार की नावों के संचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है तथा घाटों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. जल पुलिस को विशेष तौर पर सतर्क कर दिया गया है. हालांकि बनारस हो या बलिया लोग मान नहीं रहे हैं.