दस वर्ष में पचास लाख का वेतन ले ली फर्जी शिक्षिका

बांसडीह: बलिया जनपद में वर्ष 2009 में बहाल हुई पूनम यादव ने करीब दस वर्षो में पचास लाख रुपये से अधिक वेतन लिया है. अंतिम वेतन पूनम यादव ने वर्ष 2018 के दिसम्बर माह तक पाया है जिसकी राशि 55 हजार रुपये थी.

इसके बाद विभाग ने वेतन रोककर नोटिस भेजा था. पूनम यादव का विभाग में दर्ज मोबाइल नम्बर भी नोटिस मिलने के बाद से ही बंद हैं. जनवरी में दी गयी नोटिस के बाद से ही शिक्षिका ने विद्यालय आना छोड़ दिया हैं.

खण्ड शिक्षा अधिकारी बांसडीह मोतीचन्द चौरसिया के मुताबिक बीएसए के आदेश पर पिण्डहरा गांव के प्राथमिक विद्यालय पाण्डेय का पोखरा में कार्यरत शिक्षिका पूनम यादव के खिलाफ फर्जी अभिलेख पर नौकरी करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है.

शिक्षिका ने कोई भी नोटिस का जबाब नहीं दिया है तथा कई माह से स्कूल भी नहीं आ रही है. कोतवाली बांसडीहगगनराज सिंह के प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर शिक्षिका के निवास प्रमाण व अन्य प्रमाण पत्रो को जांच के लिये एसडीएम सिकन्दरपुर को भेजा गया है. जांच जारी है और शिक्षिका को ट्रेस कर शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा.

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