बैरिया.बलिया के कई इलाके भीषण बाढ़ की मार झेल रहे हैं, इस बीच भाजपा के पूर्व सांसद भरत सिंह ने कहा कि बाढ़ व कटानरोधी कार्य के लिए दो सौ करोड़ रुपये आये जिसका बड़े पैमाने पर लूट खसोट हुआ है. यही वजह है कि जनता को इस समस्या से निजात नही मिली है.
भरत सिंह ने कहा कि वह शासन से पिछले चार साल में आये बाढ़ कटानरोधी कार्यो की जांच की मांग करते हैं, जो भी दोषी पाए जाते है उनसे इस धन की रिकवरी होनी चाहिए.एनएच 31 के लिए भी आये धन में जमकर लूटपाट हुई है इसकी भी जांच की मांग करता हूं.
मंगलवार को बैरिया डांक बंगले में पूर्व सांसद भरत सिंह ने पत्रकारों से कहा कि यहां तो अजीब हालात हैं, सरकार ने बाढ़-कटानरोधी कार्य के लिए 200 करोड़ रुपया भेजा लेकिन कैसा कार्य हुआ कि जनता को उसका लाभ न दिखा ना ही मिला.
उन्होंने कहा कुछ लोग बातें बना रहे हैं कि प्रकृति के सामने कोई टिक नही पता है लेकिन वह भूल रहे है कि प्राकृतिक आपदा, बाढ़ व कटान की समस्या से निजात के लिए ही सरकार योजना बनाकर धन भेजती है, ऐसे बहाने कोई नहीं सुनेगा. द्वाबा की जनता जागरूक है, इतना मूर्ख नही की प्रकृति की बात करके आप निकल जाएं.
पूर्व सांसद ने कहा कि मेरे कार्यकाल में भी गंगाजी मझौवा को काट रही थी,मझौवा बचा कि नहीं,जो कार्य होता है उसका रिजल्ट सामने आना चाहिए. प्रकृति से बड़ा कोई नहीं यह कह कर पल्ला झाड़ लेना मिथ्या बहाना है. प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए ही तो यह कार्य होते हैं. अगर ऐसी ही बात रहती, ऐसा ही बहाना चलता तो सरकार उसके लिए काम करने पर इतना खर्च क्यों करती.
एनएच की दुर्दशा है, आखिर इतने पैसों का क्या हुआ? सड़क पर उसका असर तो दिखना चाहिए,जो भी हो रहा है वह निंदनीय है. पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता और द्वाबा की जनता अपने जगह पर स्थिर है,एनएच और बाढ़ कटान समस्याओं से जितना झेल रहे है समय पर इसका सटीक जबाब भ्रष्टाचारियों को देंगे. जनता के सामने बहाना नहीं चलता पूर्व सांसद भरत सिंह ने कहा भाजपा के कार्यकर्ता और द्वाबा की जनता से मेरा अनुरोध है कि आप लोग धैर्य के साथ समय का इंतजार करें. लुटेरे व भ्रष्टाचारियों को मुहतोड़ जबाब देने का मौका मिलेगा.
(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)